रामलीला में राम वनवास का सुन्दर मंचन देख दर्शक हुए भाव विभोर

रामलीला में राम वनवास का सुन्दर मंचन देख दर्शक हुए भाव विभोर
रिपोर्ट मनोज रुंगटा
रामलीला के छठे न .प.अध्यक्ष प्रतिनिधि छठठे लाल निगम ने किया रामलीला का शुभारंभ
रुद्रपुर देवरिया श्री दूधेश्वरनाथ रामलीला समिति के तत्वाधान में आयोजित ६५वे वर्ष के श्री रामलीला के छठवे दिन रामलीला का शुभारंभ नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि छठठे लाल निगम ने दीप प्रज्वलित कर किया जहां श्री अयोध्या धाम से पधारे कलाकारो द्वारा रामलीला के छठे राम वनवास का मंचन किया गया जहां बड़ी संख्या में लोग रामलीला मैं राम बनवास के मंचन में राजा दशरथ से कैकेयी ने दो बार मांगे जिसमें एक में राम को 14 वर्षों का वनवास और दूसरे में भरत को सिंहासन इसके बाद राम सीता और लक्ष्मण वन के लिए निकल पड़ते हैं जिसे देख दर्शक भावुक हो गए इस दौरान जय श्री राम के जयघोष से पूरा पंडाल गूज उठा
इसके पूर्व सीता स्वयंवर के बाद जब श्री राम लक्ष्मण अयोध्या पहुंचते हैं तो पूरे राज्य में खुशियां मनाई जाती है जहां राजा दशरथ श्रीराम को अयोध्या का राज का देने का निर्णय करते हैं अंतिम समय पर कैकैयी अपनी दासी मंथरा के कहने पर पूर्व में दिए गए राजा दशरथ से दो बर मांग लेती है पहले में श्री राम को 14 वर्ष का वनवास दूसरे में भरत को अयोध्या का राजा बनने को करती है राजा दशरथ कैकेयी को बहुत मनाते हैं मगर कैकैयी नहीं मानती जव श्री राम को पता चलता है की माता कैकैयी ने भरत के लिए राज्याभिषेक और उनके लिए 14 वर्ष का वनवास मांगा है तो वह सहर्ष तैयार हो जाते हैं इसके बाद तीनों सन्यासी की भेष भूषा में राजा दशरथ के तीनों रानियां से आज्ञा लेकर वन के लिए प्रस्थान करते हैं
जहां भक्तो द्वारा प्रभु श्री राम के जयकारे लगते हैं जहां पूरा माहौल भक्तिमय हो गया
कार्यक्रम मे संयोजक/ अध्यक्ष आनंद सिंह आचार्य आदित्य पांडेय उपाध्यक्ष रामभवन यादव श्रवण पटेल महामंत्री विकास पांडेय कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध मधेशिया मंत्री छठू मोरया संरक्षक शिवदान गिरी राहुल पांडेय मृतुंजय गिरी अजयगुप्ता मोहन गुप्ता शिवरतन गुप्ता मुन्ना मॉर्य राजा शॉर्मा श्रवण प्रजापति गुड्डूपटेल मार्गदर्शक विजय शंकर उर्फ़ पप्पूमहांथ राजपति त्रिपाठी सहित श्रोता उपस्थित थे