छुट्टा पशुओं का आतंक—किसान परेशान प्रशासन शान्त
छुट्टा पशुओं का आतंक—किसान परेशान प्रशासन शान्त।
रिपोर्ट ऋषिकेश दुवे
बतातें चले कि शासन के तमाम आदेश और प्रशासन के सभी व्यवस्था का धज्जी उड़ा रहें छुट्टा पशु—-इन पर अंकुश नहीं लगने के कारण किसान परेशान हैं—किसान का मेहनत व लागत को खा जा रहें हैं ये लावारिस पशु—इनके लिए किये गये शासन द्वारा व्यवस्था के धन को खा जा रहें हैं व्यवस्था के जिम्मेदार व्यवस्थापक—-अब क्या करें किसान?—–
इस ठिठुरन भरे ठण्ड में दिन रात अपने फसल का रक्षा करना बहुत भारी पड़ रहा हैं एक किसान के लिए।
शासन से कहना हैं कि इन लावारिस पशुओं के लिए जो रैन बसेरा बनाया गया हैं तथा जिसे उसकी जिम्मेदारी सौंपा गया हैं—उनका समीक्षा कर पशुओं के हिस्सा को हज़म करने वालों के खिलाफ उचित कार्यवाही शासन व प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी सुनिश्चित करें अन्यथा किसान के फसल का बर्बादी देश व प्रदेश को कमजोर करने के लिए काफी हैं।