भागवत कथा का श्रवण मानव मात्र का कल्याण करता है। ईश्वर पांडेय

भागवत कथा का श्रवण मानव मात्र का कल्याण करता है। ईश्वर पांडेय ।
रिपोर्ट मनोज रुंगटा
रूद्रपुर देवरिया।स्थानीय रुद्रपुर तहसील अंतर्गत खोरमा कन्हौली चौराहे पर श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण कराते हुए कथा व्यास
ईश्वर पाण्डेय ने कथा का रसपान उपस्थित श्रोताओं को कराया।कथा के प्रथम दिवस मे भक्ति का महत्व व घुंधकारी प्रेत के उद्वार की कथा के अन्तर्गत बताया गया कि धुंधकारी अपने माता पिता का सम्मान नहीं करता था, उनका अपमान करता था और प्रताडित भी करता था (सदैषु मनुष्य को अपने माता पिता सम्मान व आदर उसी प्रकार करना चाहिये। जैसा की हम भगवान का करते हैं माता पिता व सास ससुर ही पृथ्वी पर भगवान के रूप है)।धुंधकारी इसी पाप के कारण मृत्यु के बाद भयंकर प्रेत बना और पीडित होकर भटकता रहा । अंततः गौकर्ण जी ने उसको भागवत कथा श्रवण कराया। भागवत कथा की महिमा से वह पापी प्रेत निःस्पाप होकर भगवान के धाम को गया ।
अतः मनुष्य को सदा कल्याण करने वाली इस परम पवित्र श्रीमद् भागवत कथा को अवश्य सुनते रहना चाहिये। श्रोता भी संगीतमय कथा को सुनकर भाव विभोर हो गए। इस अवसर पर आचार्य बृजेश मिश्रा, यजमान गण राधेश्याम मध्देसिया, सोनमती ,राम प्रताप रामकृपाल मद्धेशिया, कन्हैया पटवा आदि उपस्थित रहे।