अज्ञात वाहन की ठोकर से 25 वर्षीय युवक की मौत

अज्ञात वाहन की ठोकर से 25 वर्षीय युवक की मौत
मिहीपुरवा बहराइच 19 अक्टूबर
मिहींपुरवा तहसील अंतर्गत नानपारा लखीमपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मोतीपुर वन क्षेत्र स्थित खपरा चौकी के निकट अज्ञात वाहन की चपेट में आ जाने से सब्जी बेचने जा रहे 25 वर्षीय युवक की घटना स्थल पर ही मृत्यु हो गई।
रिपोर्ट हरगोविंद पाण्डेय
विकासखंड मिहींपुरवा अंतर्गत ग्राम पंचायत कुंड़वा के राजस्व ग्राम जयराम पुरवा निवासी कुलदीप उर्फ सनातन उम्र 25 वर्ष पुत्र रामखेलावन मौर्य सब्जी की खेती करता है। प्रतिदिन की भांति गुरुवार को वह अपने खेत की सब्जी नैनिहा मंडी में बेचने जा रहा था कि कतर्निया घाट वन्यजीव प्रभाग के मोतीपुर रेंज अंतर्गत खपरा वन चौकी के पास किसी भारी भरकम अज्ञात वाहन ने पीछे से उसकी मोटरसाइकिल को ठोकर मार दी जिससे मौके पर ही युवक की दर्दनाक मौत हो गई। अज्ञात वाहन का अभी तक कोई पता नहीं चल सका है। दुर्घटना के बाद मौके पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। सूचना प्राप्त होते ही मोतीपुर पुलिस ने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर जाम को हटवाया। मोतीपुर पुलिस ने युवक की लाश को अपने संरक्षण में लेकर विधिक कार्यवाही करते हुए अंत्य परीक्षण हेतु मेडिकल कॉलेज बहराइच भेज दिया है।
मृतक फाइल फोटो
थानाध्यक्ष मोतीपुर श्रीधर पाठक ने बताया कि अज्ञात वाहन की तलाश की जा रही है। जैसे ही परिजनों को दुर्घटना की सूचना प्राप्त हुई वे लोग भी घटनास्थल पर पहुंच गए। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है। परिजनों ने बताया कि कुलदीप का 3 वर्ष पूर्व विवाह हुआ था जिसका दो वर्ष का एक बेटा है। जिस स्थान पर किसान की दुर्घटना में मौत हुई है उस जगह सड़क के किनारे बनी हुई मिट्टी की पटरियां क्षतिग्रस्त हैं जिससे कि बाइक एवं साइकिल सवार सड़क से नीचे उतरने से पहले दुर्घटना हो जाती है वहीं वन विभाग की बात की जाए तो वन विभाग ने करीब 1 किलोमीटर में रोड को कम चौड़ा बनाने का एनओ सी दिया था जिससे कि जंगली जानवरों को दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाया जा सके। जंगल के भीतर गति सीमा निर्धारित होती है तथापि बड़े वाहन वहां अपनी गति कम नहीं करते जिसके कारण प्राय दुर्घटनाएं होती ही रहती हैं।
ज्ञातव्य है कि इस स्थान पर एक वर्ष में आधा दर्जन से अधिक दुर्घटनाएं हो चुकी हैं और लोग मृत्यु के शिकार हो गए हैं। नियमानुसार उस स्थान विशेष को चिन्हित करके दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र घोषित किया जाना चाहिए और गति सीमा पर नियंत्रण लगाने हेतु प्रभावी कदम उठाने चाहिए जिससे होने वाली जनहानि को रोका जा सके।