65साल की दादी के सहारे चार साल की सुरुचि व तीन साल का आदित्य

65साल की दादी के सहारे चार साल की सुरुचि व तीन साल का आदित्य
रिपोर्ट राजेश शर्मा
एकौना भेलउर ग्राम भेलउर मे एक परिवार के ऊपर बिपत्तिओ का ऐसा पहाड़ टूट पड़ा है कि दो टाइम के भोजन के लिए परिवार मोहताज है। दादी जो खुद खुद 65 साल की हैं उनके ऊपर बच्चों की परवरिश की जिम्मेदारी आ गई है। ग्राम सभा भेलउर मे स्वर्गीय छत्तर गोंड का एक हसता खेलता परिवार था लेकिन घर की माली हाल ठीक नहीं थी। अचानक छत्तर गोंड(उम्र 65)लकवा के सीकार हो गए और दो साल पहले स्वर्ग सिधार गए। अब घर की जिम्मेदारी सबसे छोटे एकलौते पुत्र छोटू पर आ गई। मई महीने मे अचानक छोटू की छोटू की भी तबियत ख़राब हो गई। उसके इलाज मे कुछ जमीने भी बिक गई हुए शेष जमीने बंधक भी हैं.आर्थिक तंगी के अभाव मे समुचित इलाज न होने से छोटू( उम्र 24) साल की भी डेथ हो गई। इस कठोर कठिन समय मे छोटू की पत्नी अपने दो बच्चों को छोड़कर मायके चली गई। लोगो का कहना हैं कि वह औरत दूसरी सादी भी कर ली है।
इस बिपरीत समय मे दोनों पोतो की जिम्मेदारी दादी ऊपर आ गई है। दादी सुरसती आँखो मे आंसू लिए बताया की भगवान ने उससे उसके पति और बेटे को छीन लिया है अब दोनों पोतो का क्या होगा? किसी भी प्रकार का कोई सरकारी सहायता भी नहीं अभी तक मिला। मुझे कम से कम कोई सरकारी योजना का लाभ मिल जाता तो मेरे पोतो के लिए जीवन थोड़ा आसान हो जाता।मेरी भी तबियत कभी ख़राब हो जाती है ऐसे मे मै अपने दोनों पोतो को देखकर सोचती हू कि भगवान मुझसे कैसी कैसी परीक्षा लेगा।