मकर संक्रांति पर ना करें यह काम नहीं तो मिलता है अशुभ फल

मकर संक्रांति पर ना करें यह काम नहीं तो मिलता है अशुभ फल
भारतवर्ष त्योहारों एवं परंपराओं का देश है यहां हर महीने कोई ना कोई त्यौहार मनाया जाता है उन त्योहारों से जुड़ी कुछ मान्यताएं भी होती हैं मकर संक्रांति भी सनातन धर्मावलंबियों का प्रमुख त्यौहार है जिसे जिसे सभी लोग मिलकर मनाते हैं हमारा भारत वर्ष अनेकता में एकता का संदेश देता है हमारे देश में हर त्योहार मिल-जुल कर मनाने की परंपरा है। कुछ त्योहार ऐसे भी हैं जो एक ही समय पर अलग-अलग नामों से मनाए जाते हैं। मकर संक्रांति भी ऐसा ही एक उत्सव है। ये पर्व सूर्य के मकर राशि में जाने पर मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 14 जनवरी, गुरुवार को है।
मकर संक्रांति के दिन स्नान, दान, जप, तप, श्राद्ध तथा अनुष्ठान का बहुत महत्व है। कहते हैं कि इस मौके पर किया गया दान सौ गुना होकर वापस फलीभूत होता है। मकर संक्रान्ति के दिन घी-तिल-कंबल-खिचड़ी दान का खास महत्व है।
हालांकि इस दिन राशि अनुसार दान करने की महिमा ज्यादा बताई गई है। दरअसल, संक्रांति में सूर्य के मकर राशि में प्रवेश का असर हर राशि पर अलग होता है, इसलिए ऐसा माना जाता
भूल से ना करें ये काम
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इस दिन पुण्यकाल में दांत मांजने या बाल धोने से बचना चाहिए।
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इस दिन फसल नहीं काटनी चाहिए और न ही गाय या भैंस का दूध निकालने जैसा काम करना चाहिए।
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इस पुण्य कार्य के दौरान किसी से भी कड़वे बोलना अच्छा नहीं माना गया है।
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साथ ही इस दौरान आपको इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि किसी भी वृक्ष को नहीं काटें।
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वहीं मांस और शराब के सेवन से भी इस दिन बचना चाहिए। खिचड़ी या सात्विक भोजन ग्रहण करें। असात्विक चीजों का सेवन करना इस दिन नुकसानदायक हो सकता है इसलिए सावधानी बरतें और मकर संक्रांति के दिन तामसी चीजों के सेवन से बचें इस दिन मांसाहार करने से हमारे पित्र नाराज होते हैं और जिससे हमें अनेक प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है ।