बैंकों में लंबित आवेदन पत्रों पर जिलाधिकारी ने जताई नाराजगी

बैंकों में लंबित आवेदन पत्रों पर जिलाधिकारी ने जताई नाराजगी
रिपोर्टर बृजमोहन चतुर्वेदी
उरई जालौन जिला अधिकारी डॉक्टर मन्नान अख्तर की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम मुख्यमंत्री युवा रोजगार योजना व एक जनपद एक उत्पाद सहायता योजना के अंतर्गत विकास भवन सभागार में समीक्षा बैठक आयोजित की गई
जिसमें उपायुक्त उद्योग योगेश कामेश्वर द्वारा स्वरोजगार परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति से जिलाधिकारी को अवगत कराया गया जैसे मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना मैं कुल 148 आवेदन पत्र बैंकों को प्रेषित किए गए जिसमें मात्र 28 आवेदन पत्र बैंकों द्वारा स्वीकृत किए गए तथा 34 आवेदन पत्र निरस्त व 86 आवेदन पत्र बैंकों में लंबित पड़े हैं इसी प्रकार प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम में कुल 260 प्रेषित आवेदन पत्रों के विरुद्ध 40 आवेदन पत्र स्वीकार किए तथा 151 निरस्त हुआ 86 आवेदन पत्र बैंक स्तर पर लंबित है समीक्षा के दौरान जिला अधिकारी जालौन के संज्ञान में लाया गया कि अधिकांश आवेदन पत्र भारतीय स्टेट बैंक इंडियन बैंक तथा बैंक ऑफ बड़ौदा की बैंक शाखाओं द्वारा या तो निरस्त कर दिए हैं या अभी तक उनके बैंक में ही लंबित पड़े हैं जिला अधिकारी ने बैंकों द्वारा निरस्त किए गए आवेदन पत्रों में आवेदन पत्रों पर लगाए निरस्तीकरण कारणों पर विस्तार से चर्चा की तथा पाया कि बैंकों द्वारा अधिकांश प्रकरणों में आधारहीन कारण लगाए गए हैं जोकि किसी भी प्रकार इस दशा में नहीं हैं ॠण प्राप्त करने हेतु मना करने की श्रेणी में हो बैंक अधिकारियों के साथ अधिकांश प्रकरणों पर गहन चर्चा की गई चर्चा के दौरान यह संज्ञान में आया कि अधिकांश प्रकरण में बैंक द्वारा कोई रुचि नहीं ली गई है जिससे बेरोजगार युवकों को शासन की मंशा अनुसार उद्योग स्थापित करने व स्वरोजगार संपन्न किए जाने हेतु बेहद कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है