क्या कोरोनावायरस के मुकाबले सुरक्षित है आपका मास्क

कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रान के खतरों को देखते हुए हमें इस बात पर जरूर चर्चा करनी चाहिए कि क्या हमारा मास हमें इस नए वैरीअंट से सुरक्षा प्रदान कर सकता है इसे जानने के लिए हमें इन विभिन्न पहलुओं पर सोचना होगा ओमिक्रॉन वैरीअंट को देखते हुए एक्सपर्ट्स ने N95 या K95 मास्क का उपयोग करने का सुझाव दिया है, क्योंकि अभी इनकी काफी आपूर्ति हो रही है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी मिलकेन इंस्टीट्यूट स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में प्रोफेसर डॉ लीना वेन ने कहा है कि ‘कपड़े के मास्क अब सजावट के लिए इस्तेमाल हो रहे हैं और ओमिक्रॉन जैसे वेरिएंट में इसके लिए कोई जगह नहीं है’
ऐसे में सलाह दी जा रही है कि ओमिक्रॉन से बचने के लिए N95 का इस्तेमाल करना चाहिए।
आप कपड़े का मास्क पहन सकते हैं, लेकिन आपको ध्यान रखना चाहिए कि आप अकेले कपड़े का मास्क नहीं पहनें। कपड़े के मास्क के साथ ही आपको एक और मास्क पहनने की आवश्कता होती है। इसके लिए आप साथ में सर्जिकल मास्क भी लगा सकते हैं ताकि आपका डबल बचाव हो सके।
क्या है फर्क
अधिकतर N95 मास्क होते है, जो आपको दिखने में एक कटोरी जैसे लगते हैं और KN95 मास्क थोड़े अलग होते हैं और आमतौर पर लोग ये मास्क पहने हुए नज़र आ जाते हैं। वैसे गुणवत्ता के आधार पर तुलना करें तो दोनों मास्क में कोई खास अंतर नहीं होता है। दोनों मास्क एक जैसे ही होते हैं और दोनों मास्क ही 0.3 माइक्रोन पार्टिकल्स को रोकने में सक्षम होते हैं।
इसके अलावा दोनों की फ्लो रेट भी करीब 85 L/Min होती है। साथ ही कई अन्य मायनों में भी दोनों मास्क एक जैसा ही काम करते हैं और क्वालिटी भी एक जैसी ही होती हैं।
N95 मास्क को अमेरिकी संस्थान के नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर ऑक्यूपेशनल सेफ्टी एंड हेल्थ की ओर से अप्रूवल मिला है। वहीं, KN95 मास्क की बात करें तो यह NIOSH की ओर से अप्रूव्ड नहीं है।
कौनसा मास्क?
कोविड -19 महामारी की शुरुआत में डॉक्टर्स ने N95 या K95 मास्क का इस्तेमाल करने के लिए कहा था। हालांकि, उस वक्त इन मास्क का प्रोडक्शन काफी कम हो रहा था और इसकी काफी कमी थी, जो अब नहीं है। इस वजह से डॉक्टर्स ने कपड़े के मास्क या गमछा जैसी चीजों के लिए कहा था कि अभी इनसे भी कोरोना से बचा जा सकता है और उसे धोकर इस्तेमाल करने के लिए सुझाव दिया था लेकिन अब विचारणीय विषय है की कोरोना के नए और खतरनाक वैरीअंट के सामने भी हमें इसी तरह से मास्क पहनना है या कुछ परिवर्तन करना है इस विषय पर हमें गहन अध्ययन करने की जरूरत है अभी कुछ ही महीनों पहले कोरोला की दूसरी लहर ने जिस प्रकार से लोगों पर कहर बरपाया था उससे हम लोग कभी भूले नहीं है इसलिए हमें सावधान और सतर्क रहना है