आसमान छूते सब्जियों के दाम थोक सब्ज़ी मण्डी और फुटकर में भारी अन्तर

आसमान छूते सब्जियों के दाम
थोक सब्ज़ी मण्डी और फुटकर में भारी अन्तर
सहालग बनी महंगाई का कारण
रिपोर्ट एस0एन0त्रिपाठी
लखनऊ में सब्जियों के भाव सहालग के आते ही उचाईयों पर पहुँच गए हैं जिसके कारण शादी एवं अन्य मांगलिक कार्य में जनता त्रस्त है। इस समय सब्जियों की नयी फ़सल भरपूर मात्रा में बाजार में उपलब्ध है,किसान अपनी लागत निकालने के लिए परेशान हैं वही मुनाफा खोर व्यापारी धन को दुगना करने पर उतारू है।
किसानों के व्दारा उगाई गयी मटर की फली की कीमत रू0 150/-प्रति 5 किलों मिल रही हैं वही आढती रू0 200/-के भाव पर बेच रहा है जबकि फुटकर बाजार में रू070/-प्रति किलो की दर से बेचा जा रहा है। इस समय सहालग के चलते सिमला मिर्चा, छोटे बैगन ,छोटी भिण्डी के भाव जो एक हफ्ते पहले था,उससे दुगना हो गया है। आलू और प्याज पहले से ही जनता के आशू निकाल रहा है ।
सरकार की कोशिशो के बाद भी महंगाई काबू मे नहीं आ रही हैं । कोराना ऐसी महामारी के कारण सरकार अपने कर्मचारियों एवं पेंशनभोगियों के महंगाई भत्ते को जून 2021 तक भुगतान पर रोक लगा दिया है, महंगाई रूकने का नाम नहीं ले रही है,जनमानस ऐसे महंगाई में अपने परिवार का पालन पोषण किस तरह करे।