कांग्रेस में उठे शीर्ष नेतृत्व पर सवाल

बिहार चुनाव के परिणाम आते ही कांग्रेस में एक बार फिर आरोप और प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है जिसको देखते हुए पार्टी ने विशेष समिति की एक बैठक मंगलवार को बुलाई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ये बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शाम 5 बजे होगी लेकिन इसका एजेंडा स्पष्ट नहीं है।
यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब चुनावों में हार के बाद कांग्रेस में समीक्षा का मुद्दा उभर रहा है। पार्टी में सुधार की मांग करने के लिए कुछ महीने पहले सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 कांग्रेसी नेताओं में से एक कपिल सिब्बल ने हार की नए सिरे से समीक्षा करने की मांग की है, जिसके बाद वह साथी कांग्रेसी नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी तक, कांग्रेस नेता सिब्बल के सवाल उठाने से उनपर निशाना साध रहेदरअसल इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने हाईकमान को आत्ममंथन की सलाह दी है। एक इंटरव्यू में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि देश के लोग, न केवल बिहार में, बल्कि जहां भी उपचुनाव हुए, जाहिर तौर पर कांग्रेस को एक प्रभावी विकल्प नहीं मानते. यह एक निष्कर्ष है। बिहार में विकल्प आरजेडी ही था. हम गुजरात में सभी उपचुनाव हार गए। लोकसभा चुनाव में भी हमने वहां एक भी सीट नहीं जीती थी।
जिससे कांग्रेस नेतृत्व के प्रति उंगलियां उठने लगी हैं तथा पार्टी में बगावती सुर फिर शुरू हो गए इसी के तहत कपिल सिब्बल ने बयान दिया था मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि हमारी पार्टी समय किस ओर जा रही है पार्टी इस समय मुश्किल दौर से गुजर रही है पार्टी को संगठित और सुदृढ़ बनाने के लिए शीर्ष नेतृत्व को ठोस कदम उठाने होंगे