विप्र धेनु सुर संत हित लीन मनुज अवतार
विप्र धेनु सुर संत हित लीन मनुज अवतार
210 साल पुराना एकौना रामलीला
जनपद देवरिया के रुद्रपुर तहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम सभा एकौना मे आज आश्विन शुक्ल पक्ष द्वितीया को आज रामलीला मे भगवान के प्राकट्य का मंचन किया गया
जिसमें लंकापति रावण द्वारा देवताओं मनुष्यों और ऋषियों को अनेक प्रकार से त्रास देने का मंचन किया गया ।
जिसमें दिखाया गया कि रावण के त्रास से देवता मनुष्य गंधर्व किन्नर आदि सभी लोगों एकत्र होकर भगवान नारायण की स्तुति करने है ।
उनकी प्रार्थना से द्रवित होकर भगवान आकाशवाणी करते हैं
आकाशवाणी कहती हैं की देवताओं मनुष्यो ऋषिगणों अब आप डरिये नहीं
आप लोगों की प्रार्थना से मैं द्रवित होकर नर रूप अवतार ग्रहण करूंगा ।
भगवान द्वारा सांत्वना देने पर सुर नर मुनि गण अपने अपने स्थान को चले जाते हैं।
दुसरे दृश्य में महाराज दशरथ पुत्र कामेष्टि
यज्ञ करते हैं ।
यज्ञ से प्रसन्न होकर अग्निदेव चरु प्रदान करते।
जिसको महाराज दशरथ अपने तिनों रानीयो में बांट देते हैं।
समय आने पर भगवान नारायण अपने अंशों सहित राजा दशरथ के घर प्रगट होते हैं ।
भगवान अपने चतुर्भुज रूप में प्रकट होते हैं ।
माता कौशल्या भगवान की स्तुति करती है ।
और भगवान से बाल लीला करने का निवेदन करती है ।
माता के वचनों को सुनकर कर भगवान बाल सुलभ लीलाएं प्रारंभ कर देते हैं ।
पुत्र जन्म के आनन्द में राजा दशरथ द्वारा अनेकों प्रकार से दान दिया जाता है ।
और उत्सव मनाया जाता है ।