देश दुनिया की खबरें विस्तार से

देश दुनिया की खबरें विस्तार से*
✍️ हिमाचल के सोलन मे नकली पुलिस बनकर आए शातिर, कारोबारी से एक लाख रुपये ठगे, तीन गिरफ्तार
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के अर्की में एक कारोबारी के साथ नकली पुलिस बनकर आए शातिरों ने एक लाख रुपये की ठगी की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करने के बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उनका चौथा साथी नाबालिग भी इस मामले में संलिप्त है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद उन्हें पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। यह वीडियो/विज्ञापन हटाएं पुलिस के अनुसार सुरेंद्र कुमार निवासी अर्की ने शिकायत दी कि उसकी दुकान पर कुछ लोग आए। इसकी जानकारी दुकान में कार्यरत मस्त राम ने दी। उसने बताया कि दुकान में खुफिया पुलिस विभाग में कार्यरत लोग आए हैं और दुकान में पड़े कैश को कब्जे में ले लिया है। उसके बाद मस्त राम से फोन करवाया और जल्दी दुकान में आने को कहा। जब वह दुकान पर पहुंचा तो उन तीन लोगों ने उसे पकड़ लिया और मारपीट की। उसके बाद एक काले रंग की गाड़ी लेकर वहां पर युवक आया, वह भी उनका साथी था। इन चार व्यक्तियों ने इन दोनों को जबरन गाड़ी में बिठा लिया और कांगरी धार ले गए। वहां जाकर और पैसे की मांग की। कहा कि पैसा नहीं दिया तो न से मार देंगे। पीड़ित व्यक्ति ने सात सितंबर उनको उनकी मांग के अनुसार एक लाख रुपये दिए।
✍️ गाजियाबाद में पुलिस की बड़ी कार्रवाई : भूमाफिया और गैंगस्टर के बाद अब सूदखोर का नंबर, छह करोड़ की प्रापर्टी कुर्क –
गाजियाबाद : गाजियाबाद में भूमाफिया और गैंगस्टरों पर लगातार पुलिस की कार्रवाई जारी है। गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में एक भूमिया गैंगस्टर महबूब अली की 91 करोड़ की संपत्ति को पुलिस द्वारा जब्त किया गया था। इसके बाद शनिवार को लोनी के गैंगस्टर और सूदखोर जितेंद्र उर्फ जीतू की करीब 6 करोड़ की संपत्ति को पुलिस द्वारा जब्त किया गया है। सूदखोर ने अब तक अवैध रूप जितनी संपत्ति जोड़ी थी सभी को जब्त करने की कार्रवाई की जा रही है। इस कार्रवाई के बाद से क्षेत्र के असमाजिक तत्वों में हड़कंप मचा हुआ है।
सूदखोर से तंग आकर की आत्महत्या
ज्ञात हो कि अंकुर विहार क्षेत्र के कारोबारी ने 40 लाख रुपये सूदखोरों से ब्याज पर लिए थे। इसके बदले सूदखोरों ने उससे धीरे-धीरे दो करोड़ रुपये वसूल लिए। इसके बावजूद भी सूदखोर कारोबारी को परेशान कर रहे थे। जिसके चलते कारोबारी ने 30 जून को आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पूर्व कारोबारी ने डायरी में सूदखोरों के नाम लिखें। इस पर कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा ने सूदखोरों के खिलाफ कार्रवाई करते सूदखोर जीतू उर्फ जितेंद्र की 6 करोड़ रुपये कीमत की ट्रॉनिका सिटी स्थित प्रापर्टी कुर्क कर सील कर दिया। बता दें कि इस दौरान गाजियाबाद पुलिस द्वारा ढोल नगाड़े बजाकर मुनादी भी कराई गई। सूदखोर जीतू उर्फ जितेंद्र की प्रापर्टी पर पुलिस अधिकारियों द्वारा सीलिंग की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। गौरतलब है कि यह मामला पुलिस कमिश्नर की नजर में आया है इसलिए कार्रवाई की गई है। लेकिन 95 फीसदी सूदखोरों के मामले प्रशासन और पुलिस के बड़े हुक्मरानों के संज्ञान में ही नहीं आते इसलिए यह धंधा खूब फलफूल रहा है।
माफिया पर सख्त गाजियाबाद पुलिस
गाजियाबाद पुलिस अपराध नियंत्रण के साथ अपराधियों द्वारा गलत तरीके से जुटाई गई संपत्ति पर भी जब्तीकरण की कार्रवाई कर अपराधियों की कमर तोड़ने का कार्य कर रही है। गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि सूदखोर जीतू उर्फ जितेंद्र कुर्की की कार्रवाई की गई है। ट्रॉनिका सिटी स्थित जीतू की लगभग 6 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त किया गया है।
✍️ ग्रेटर नोएडा से दर्दनाक खबर : 82 वर्षीय बुजुर्ग ने 15वीं मंजिल से कूदकर दी जान, परिजनों ने सुसाइड की यह बताई वजह –
ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा से बड़ी खबर सामने आ रही है। एक 82 साल के व्यक्ति ने अपने फ्लैट की बालकनी से कूदकर आत्महत्या कर ली। बुजुर्ग व्यक्ति काफी समय से परेशान था। कुछ समय पहले उनकी पत्नी का निधन हो गया था। इसके अलावा वह काफी बीमार रहते थे। जिसकी वजह से वह मानसिक तनाव में चले गए और यह दर्दनाक कदम उठाया। सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और बुजुर्ग व्यक्ति के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
क्या है पूरा मामला
सूरजपुर थाना प्रभारी अवधेश प्रताप सिंह ने बताया कि पुलमेरिया हाउसिंग सोसाइटी में 82 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति अपने परिवार के साथ रहते थे। कुछ समय पहले उनकी पत्नी का निधन हो गया था। जिसकी वजह से बुजुर्ग व्यक्ति काफी परेशान रहने लगे। वह पिछले दिनों से काफी बीमार भी थे। उनके परिवार वालों ने काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह अधिकतर शांत रहते थे।
सोसाइटी में छाया मातम
थाना प्रभारी ने बताया कि शनिवार की सुबह व्यक्ति ने 15वीं मंजिल पर स्थित अपने फ्लैट की बालकनी से कूदकर आत्महत्या कर ली। यह काफी दर्दनाक घटना है। पुलिस ने व्यक्ति के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस घटना के बाद सोसाइटी में मातम छा गया है।।
✍️ गुरुग्राम : डीसी ने फसलों गिरदावरी का किया फिजिकल वेरिफिकेशन, रिकार्ड से किया मिलान –
गुरुग्राम : डीसी निशांत कुमार यादव ने खरीफ सीजन की फसलों की गिरदावरी की फिजिकल वेरिफिकेशन कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को गांव धनकोट और सुल्तानपुर का दौरा किया। डीसी ने राजस्व विभाग की टीम द्वारा तैयार किए गए गिरदावरी रिकार्ड का खेतों में पहुंचकर फसल के साथ मिलान किया। पटवारी द्वारा की गई गिरदावरी की मौके पर पड़ताल की।
पोर्टल पर अपलोड विवरण को भी जांचा
डीसी निशांत कुमार यादव ने किसानों द्वारा ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर अपलोड किए गए विवरण की फिजिकल वेरिफिकेशन कर सजरा से मिलान किया तथा मोबाइल पर अपलोड किए गए विवरण की जांच की। उन्होंने गिरदावरी की पड़ताल के दौरान खड़ी फसल का मौका मुआयना भी किया, जो रिकॉर्ड के अनुसार सही पाई गई। उन्होंने पटवारी व कानूनगो को निर्देश दिए कि फसल की गिरदावरी सही तरीके से की जाए।
किसान मंडी में आसानी से बेच सकें फसल
डीसी ने कहा कि ई-गिरदावरी प्रणाली में पटवारी सजरे से किला नंबर देखकर आसानी से टैब में फसली ब्यौरा एकत्रित करते हैं। इसकी जांच तहसीलदार सहित उच्च अधिकारी करते हैं। डीसी ने साल में दो बार दोहराई जाने वाली इस प्रक्रिया के उद्देश्यों के बाबत जानकारी दी कि डाटा वेरिफिकेशन का मकसद है कि मंडियों में अपनी फसल को लेकर आने वाले किसानों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो। किसान को उसकी फसल के मुताबिक ही कूपन जारी हो सके और वह मंडी में आकर आसानी से अपनी फसल दे सकें। इसके साथ ही सरकार को भी एकत्रित आंकड़ों के आधार पर फसल की खरीद और भंडारण सहित अन्य किसान हितैषी नीति बनाने में मदद मिलती है। इस अवसर पर जिला राजस्व अधिकारी मनबीर सिंह, नायब तहसीलदार कादीपुर आशीष मलिक, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
✍️ गाजियाबाद में कुत्ते के काटने से हुई मौत के मामले में नया मोड़ : पीपुल फॉर एनिमल ने शव के पोस्टमार्टम की मांग –
गाजियाबाद : शावेज की मौत के बाद मामले में नया मोड़ आया है। कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुई मार्मिक वीडियो में एक पिता अपने बेटे को तड़पते हुए देखकर रो रहा था। इस वीडियो ने लोगों को झकझोर कर रख दिया था। बच्चे की मौत पर अब इस बात को लेकर बहस शुरू हो गई है कि बच्चे का पोस्टमार्टम किया जाना चाहिए था। जिससे पता चल सके कि आखिर मौत की असली वजह क्या थी।
कुत्ते के काटने से हुई मौत
गाजियाबाद में कुत्ते के काटने पर बच्चे की मौत के मामले में नया मोड़ आया है। विजयनगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाले याकूब के 14 वर्षीय बेटे शावेज की मौत हो गई थी। याकूब का आरोप है कि बच्चे की मौत रेबीज का वायरस फैलने की वजह से हुई थी। याकूब के पड़ोस में रहने वाली सुनीता के कुत्ते के काटने पर शावेज के शरीर में रेबीज का इंफेक्शन फैल गया था। डॉक्टरों की जांच में भी शावेज को रेबीज का इंफेक्शन होने की बात कही गई थी। शावेज की मौत के बाद आरोपी सुनीता के साथ उनके घर के चार लोगों पर लापरवाही से मौत का केस दर्ज किया गया है।
मामले में आया नया मोड़
अब इस पूरे मामले में नया मोड़ आ गया है। आरोपी सुनीता और जानवरों के लिए काम करने वाली संस्था पीपुल फॉर एनिमल की अध्यक्ष सुरभि रावत ने बच्चे के शव का पोस्टमार्टम करने की मांग की है। उनकी मांग है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सही पता चलेगा कि बच्चे की मौत की क्या असल वजह क्या थी। आरोपी सुनीता का कहना है कि उनके कुत्ते ने किसी को नहीं काटा है। इसी के साथ उनका आरोप है कि यदि उनके कुत्ते के काटने से बच्चे की मौत होती, तब उनके कुत्ते की भी 21 दिन में मौत हो जानी चाहिए थी। डॉक्टरों के अनुसार रेबीज इंफेक्शन के बाद कुत्ता भी 21 दिन बाद मर जाता है।
✍️ ग्रेटर नोएडा में डबल मर्डर : कलाकार के कई महिलाओं से थे संबंध, इसलिए पत्नी ने 15 साल पहले छोड़ा, करीबियों पर शक की सुई –
ग्रेटर नोएडा : यूट्यूब विक्रमजीत और उसके चाचा राजकुमार की बीते 6 सिंतबर की रात को फावड़े से वार करके हत्या कर दी थी। इस मामले में कई लोग घेरे में हैं। विक्रमजीत का उसकी बीवी से विवाद करीब 15 सालों से चल रहा था। विक्रमजीत कलाकार था, इसलिए उसके काफी महिलाओं से संबंध थे। जिसकी वजह से उसका और उसकी बीवी का विवाद हुआ। पुलिस ने यूट्यूब विक्रमजीत के करीबियों और उसकी महिला मित्र से पूछताछ की है।
कैसे दिया वारदात को अंजाम
दरअसल, दनकौर थाना क्षेत्र के बल्लू खेड़ा गांव निवासी 58 वर्षीय रामकुमार बुधवार रात अपने भतीजे 42 वर्षीय विक्रमजीत के साथ घेर में बने स्टूडियो में सो रहा था। रामकुमार रोडवेज से रिटायर कर्मचारी था। बीते 6 सिंतबर 2023 की रात में अज्ञात व्यक्ति उनके घेर में घुसा और दोनों चाचा-भतीजे पर फावड़े से हमला कर दिया। दोनों पर 7-8 बार चाकू से वार किया गया। इस घटना में दोनों की दर्दनाक मौत हुई। हत्या करने वाले व्यक्ति ने बड़ी बेरहमी के साथ कत्ल किया।
15 सालों से चल रहा था यूट्यूब विक्रमजीत का पत्नी से विवाद
इस घटना को 3 दिन से ज्यादा हो गए हैं। पुलिस की कई टीमें हत्याकांड का खुलासा करने के लिए लगी हुई है। शुरुआती जांच में शक की सुई करीबियों पर घूम रही है। विक्रमजीत और उसकी बीवी का करीब 15 सालों से विवाद चल रहा था। जिसके चलते उसकी बीवी अपने दोनों बेटों के साथ अलग रहती थी। दोनों में विवाद अलग-अलग महिलाओं से करीबियों की वजह से हुआ।
कई महिलाओं से सम्बन्ध थे
यूट्यूब विक्रमजीत कलाकार था, जिसकी वजह से वो महिलाओं से काफी ज्यादा मिलता रहता था। हालांकि, यह बात विक्रमजीत की बीवी को पसंद नहीं थी। बताया जा रहा है कि विक्रमजीत के कलाकार होने की वजह से कई महिलाओं से सम्बन्ध भी थे। इसी वजह से दोनों मियां-बीवी में दूरियां बनी और अलग-अलग रहने लगे। विक्रमजीत की बीवी अपने दो बेटों के साथ गांव में रहती है। जबकि, विक्रमजीत का गांव में आना-जाना कम था।
✍️ मेरठ : एचआईवी पॉजिटिव युवक ने बीमारी छुपाकर की शादी, पत्नी को भी संक्रमित कर हुआ फरार –
मेरठ : मेरठ से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। पल्लवपुरम निवासी एक महिला का आरोप है कि उसके पति पहले से एचआईवी पॉजिटिव हैं और बीमारी छुपाकर उससे शादी की। आरोप है कि अब वह भी एचआईवी पॉजिटिव हो गई है। बीमार रहने पर उसके पति और ससुराल के लोगों ने उसके साथ मारपीट की और उसे मायके छोड़कर चले गए। अब महिला के परिजन उसका इलाज करा रहें हैं। महिला ने अपने पति के खिलाफ थाने में शिकायत की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
शादी में 15 लाख खर्च करने पर भी खुश नहीं थे ससुराल वाले
जानकारी के अनुसार, मेरठ के पल्लवपुरम थाना क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति ने अपनी बेटी की शादी दो साल पहले मेरठ के जानी थाना क्षेत्र निवासी एक युवक से की थी। बताया गया है कि शादी के दौरान युवती के परिजनों ने 15 लाख रुपए खर्च किए थे। आरोप है कि इसके बाद भी ससुराल के लोग खुश नहीं थे और उनकी बेटी से लगातार दहेज की मांग कर रहे थे। पीड़ित महिला का आरोप है कि शादी से पहले ही उसके पति एचआईवी पॉजिटिव थे, मगर उन्होंने बीमारी की बात को छुपाकर उससे शादी की, जिसके कारण वह भी एचआईवी पॉजिटिव हो गई।
तबीयत बिगड़ने पर छोड़ा मायके
पीड़ित महिला के परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी की जब तबीयत बिगड़ गई, तो उसका पति उसके साथ मारपीट कर उसे मायके में छोड़कर चला गया। इसके बाद महिला के परिजनों ने उसका कई अस्पतालों में उपचार कराया। बाद में ब्लड की जांच कराई गई, तो एचआईवी पॉजिटिव होने की बात सामने आई। परिजनों का आरोप है कि उसके पति और ससुराल के लोगों को इसकी जानकारी दी, तो वह उसकी खबर लेने तक अस्पताल नहीं पहुंचे। इसके बाद महिला के परिजनों ने मुकदमा दर्ज करने की बात कही। उसके बाद उसका पति एक बार अस्पताल में मिलने के लिए पहुंचा था।
पुलिस जांच में जुटी
इस मामले में महिला ने पल्लवपुरम थाने में शिकायत की है। एसपी सिटी पीयूष सिंह के अनुसार पति-पत्नी के बीच विवाद का एक मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि उसका पति पहले से एचआईवी पॉजिटिव है। इस बीमारी को छुपाकर शादी की गई है। पुलिस सभी आरोपों की जांच कर रही है। जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
✍️ Rajasthan : कोटा में मां-बेटे ने की आत्महत्या, फ्लैट में मिले शव, बदबू आने पर हुआ शक
कोटा.राजस्थान के कोटा शहर के बोरखेड़ा थाना इलाके में शनिवार को एक मां-बेटे के सुसाइड का मामला सामने आया है. दोनों का शव उनके फ्लैट से बरामद किया गया है. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं. दोनों शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में शिफ्ट किया गया है, जहां पर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया होगी. मामला आर्थिक तंगी से जोड़कर देखा जा रहा है.बोरखेड़ा थानाधिकारी जितेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि 80 फीट रोड स्थित पुखराज डिवाइन मल्टी स्टोरी बिल्डिंग के फ्लैट में 58 वर्षीय सतविंदर कौर अपने बेटे 29 वर्षीय रॉबिन के साथ रहती थी. आसपास के लोगों के अनुसार गुरुवार को आखिर बार दोनों को देखा गया था. बताया जा रहा है कि दो दिनों से मां-बेटे परिजन और दोस्तों का फोन भी नहीं उठा रहे थे. लोगों ने उनके फ्लैट पर पहुंचकर, कई बार दरवाजा खटखटाया, लेकिन किसी ने गेट नहीं खोला. घर से बदबू भी आ रही थी. इसपर उन्होंने पुलिस को सूचना दी थी. मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो घटना का पता चला. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि करीब 2 दिन पहले ही उन्होंने आत्महत्या की है.
पति की भी कोरोना में हुई थी मौत :मृतका के पति की भी कोरोना के दौर में मौत हो गई थी. उनका गुमानपुरा में कपड़े की दुकान और शराब का व्यवसाय था, जो बीमारी और फिर निधन के चलते बंद हो गया था. बताया जा रहा है कि रॉबिन पर भी कुछ कर्ज था, जिसके चलते उन्हें कुछ लोग परेशान कर रहे थे. एक साल पहले इससे परेशान होकर रॉबिन कहीं बाहर चला गया था, लेकिन तब भी लोग परेशान कर रहे थे. कुछ सेटलमेंट होने के बाद 6 महीने पहले ही रॉबिन लौटा था.
एक बुक में लिखी है परिवार की स्टोरी :
सीआई शेखावत का कहना है कि आत्महत्या करने वाला परिवार किराए से रहते था. घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, लेकिन रॉबिन ने अपने परिवार की स्टोरी एक नोटबुक में लिखी है. नोटबुक में अधिकांश बातें बिजनेस के संबंध में ही लिखी हुई हैं. उसमें तारीख के साथ जानकारी दी गई है. पुलिस का कहना है कि इस पूरे मामले में जांच की जाएगी.
✍️ *_G20 Summit: क्यों भारत डिजिटल अर्थव्यवस्था को अपनाने में दुनिया का नेतृत्व कर सकता है?_
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नई दिल्ली: मौजूदा में नई दिल्ली में चल रहे जी20 शिखर सम्मेलन के साथ, भारत डिजिटल अर्थव्यवस्था, विशेष रूप से डिजिटल वित्तीय लेनदेन में अपनी उपलब्धियों को दुनिया के अन्य देशों के सामने प्रदर्शित करने और उन्हें इस प्रणाली को अपनाने में मदद करने के लिए तैयार है. पिछले महीने बेंगलुरु में G20 डिजिटल अर्थव्यवस्था मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भारत का डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा वैश्विक चुनौतियों के लिए स्केलेबल, सुरक्षित और समावेशी समाधान प्रदान करता है.
मोदी ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में भारत का डिजिटल परिवर्तन अभूतपूर्व है. यह सब 2015 में हमारी डिजिटल इंडिया पहल के लॉन्च के साथ शुरू हुआ. यह इनोवेशन में हमारे अटूट विश्वास से संचालित है. उन्होंने कहा कि भारत में 850 मिलियन से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं, जो दुनिया में सबसे सस्ती डेटा लागत का आनंद ले रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने शासन को बदलने, इसे अधिक कुशल, समावेशी, तेज़ और पारदर्शी बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाया है.
उन्होंने कहा कि हमारा विशिष्ट डिजिटल पहचान मंच, आधार, हमारे 1.3 अरब से अधिक लोगों को कवर करता है. हमने भारत में वित्तीय समावेशन में क्रांति लाने के लिए JAM त्रिमूर्ति – जन धन बैंक खाते, आधार और मोबाइल – की शक्ति का उपयोग किया है. हर महीने, हमारी त्वरित भुगतान प्रणाली, UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफ़ेस) पर लगभग 10 बिलियन लेनदेन होते हैं.
G20 डिजिटल अर्थव्यवस्था मंत्रियों की बैठक के बाद जारी एक परिणाम दस्तावेज़ में स्वीकार किया गया कि लिंग डिजिटल विभाजन सहित डिजिटल विभाजन, सभी देशों के लिए एक बड़ी चुनौती है, विशेष रूप से विकासशील और अल्प विकसित देशों के लिए. दस्तावेज में कहा गया कि पिछली G20 राष्ट्रपतियों के दौरान किए गए डिजिटल विभाजन को पाटने के लिए हमारे विचार-विमर्श को ध्यान में रखते हुए, हम सभी के लिए, विशेष रूप से वंचित समूहों और कमजोर परिस्थितियों में लोगों के लिए, समावेशी डिजिटल परिवर्तन में तेजी लाने की तात्कालिकता की पुष्टि करते हैं.
सीयूटीएस इंटरनेशनल थिंक टैंक के निदेशक (अनुसंधान) और डिजिटल अर्थव्यवस्था और साइबर सुरक्षा के विशेषज्ञ अमोल कुलकर्णी ने कहा कि भारत ने पिछले पांच सालों में बहुत प्रगति की है, विशेष रूप से मोबाइल फोन, यूआईडीएआई और जनधन खातों के उपयोग में, जिससे लोगों को बैंकिंग जैसी सरकारी वित्तीय सेवाओं तक पहुंच प्राप्त करने में मदद मिली है.कुलकर्णी ने कहा कि यह भारत की एक स्पष्ट सफलता की कहानी है. हम डिजिटल अर्थव्यवस्था को विकसित करने के लिए कई तंत्र बना रहे हैं. हमारे पास यूपीआई है, जो एक बटन के क्लिक पर पैसे ट्रांसफर करने में सक्षम बनाता है. इससे एक क्रांति आ गयी है. ओएनडीसी यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है कि ई-कॉमर्स देश के कोने-कोने तक पहुंचे.यह कोई एप्लिकेशन, मध्यस्थ या सॉफ़्टवेयर नहीं है, बल्कि खरीदारों, प्रौद्योगिकी प्लेटफ़ॉर्म और खुदरा विक्रेताओं के बीच खुले आदान-प्रदान और कनेक्शन को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किए गए विशिष्टताओं का एक सेट है. ओएनडीसी को ई-कॉमर्स का एक समावेशी पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के मिशन और दृष्टिकोण के साथ शामिल किया गया था.
कुलकर्णी ने समझाया कि खाता एकत्रीकरण है, जो व्यक्तियों और छोटे उद्यमियों को सहज और लागत प्रभावी तरीके से ऋण और क्रेडिट तक पहुंच सक्षम बनाता है. JAM एक अच्छा उदाहरण है. लेकिन, डिजिटल अर्थव्यवस्था और वित्तीय लेनदेन के साथ-साथ साइबर सुरक्षा का मुद्दा भी आता है. कुलकर्णी ने कहा कि डिजिटल अर्थव्यवस्था में काफी प्रगति हुई है, लेकिन हमें साइबर सुरक्षा में भी प्रगति करने की जरूरत है. हमें एक विश्वसनीय मॉडल पर काम करने की जरूरत है, जिसका अन्य देश अनुकरण कर सकें.
G20 डिजिटल अर्थव्यवस्था मंत्रियों की बैठक के परिणाम दस्तावेज़ में यह कहा गया कि डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र में बच्चों और युवाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए साइबर शिक्षा और साइबर जागरूकता, जिसमें उनके सर्वोत्तम हितों की रक्षा और डिजिटल वातावरण में मानवाधिकारों का सम्मान शामिल है, एक प्रमुख प्राथमिकता वाला क्षेत्र बना हुआ है. कुलकर्णी ने यह भी बताया कि डिजिटल अर्थव्यवस्था की प्रगति के कारण बहिष्करण जोखिम भी पैदा हुआ है.
उन्होंने कहा कि इनमें ग्रामीण इलाकों के लोग और बुजुर्ग लोग शामिल हैं. इसका एक उदाहरण मनरेगा है. जो कर्मचारी बायोमेट्रिक तरीके से अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा सकते, उन्हें उनका भुगतान नहीं मिल पाएगा. इस वर्ष G20 की अध्यक्षता संभालते हुए, भारत अब वन फ्यूचर अलायंस (ओएफए) पर जोर दे रहा है, एक ऐसी पहल जिसका उद्देश्य सभी देशों और हितधारकों को डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे (डीपीआई) के भविष्य के तालमेल, आकार, वास्तुकार और डिजाइन के लिए एक साथ लाना है, जिसका उपयोग सभी देशों द्वारा किया जा सकता है.
गठबंधन देशों को, विशेष रूप से निम्न और मध्यम आय वर्ग से, शासन में सुधार और सामाजिक, आर्थिक, डिजिटल और सतत विकास के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग में अपने अनुभवों से सीखने में सक्षम करेगा. कुलकर्णी ने कहा कि भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था से अफ्रीकी देशों को लाभ मिलने की काफी गुंजाइश है. ओएफए उसी भावना में है. यह इस बात को देखते हुए महत्वपूर्ण है कि 55 देशों वाले अफ्रीकी संघ (एयू) को शनिवार को भारत की पहल पर जी20 के स्थायी सदस्य के रूप में शामिल किया गया था.
✍️ G20 Summit : अफ्रीकी संघ को सदस्य बनाकर भारत ने दिया बड़ा संदेश, चीन ने ‘खोया’ बड़ा मौका
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 बैठक के दौरान बड़ी पहल करते हुए जी20 में अफ्रीकी संघ को शामिल करने की औपचारिक घोषणा कर दी. यह अपने आप में संगठन के लिहाज से बड़ी उपलब्धि है. अफ्रीकी संघ में कुल 55 देश हैं. इन अफ्रीकी देशों पर चीन की लंबे समय से नजर बनी हुई है. वह अफ्रीकी संघ के कई देशों के प्राकृतिक संसाधनों का न सिर्फ दोहन कर रहा है, बल्कि उन्हें कर्ज के जाल में भी फंसा रहा है. ऐसे में भारत की यह पहल अफ्रीकी देशों के लिए बड़ा मैसेज है.अफ्रीकी देशों में चीन को लेकर बहुत अच्छा मैसेज नहीं जा रहा है. और भारत के लिए यही एक बड़ा मौका है. भारत की यह बड़ी राजनयिक पहल है. यह किसी राजनयिक जीत से कम नहीं है. और सबसे बड़ी बात ये है कि यह सबकुछ हुआ, चीन की अनुपस्थिति में या कहें कि चीन के राष्ट्रपति की अनुपस्थिति में. चीनी राष्ट्रपति इस ऐतिहासिक पल में उपस्थित नहीं थे. वैसे, चीन ने कई मौकों पर अफ्रीकी संघ को शामिल किए जाने का समर्थन किया था, लेकिन बात जब लागू करने की हुई, तो चीनी राष्ट्रपति नदारद दिखे. जी 20 की बैठक में चीन का प्रतिनिधित्व उसके प्रधानमंत्री कर रहे हैं.
भारत की इस कोशिश की पूरी दुनिया तारीफ कर रही है. भारत ने साबित कर दिया है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसकी पहल न सिर्फ रंग लाती है, बल्कि एक प्रभाव भी रखता है. एक तरह से आप कह सकते हैं कि यह भारत के नेतृत्व पर मुहर लगाने जैसा है. उसे एक नई पहचान मिली है. अफ्रीकी यूनियन में 55 देश हैं, और दुनिया की 66 फीसदी आबादी यहां पर रहती है.
भारत का अफ्रीकी देशों से पुराना संबंध रहा है. इसके बावजूद भारत ने कभी भी चीन की तरह उनके प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करने की कोशिश नहीं की. बल्कि भारत वहां पर आधारभूत ढांचा का निर्माण करने में भूमिका निभाता है, ताकि आने वाले समय में वे अपने पैरों पर खड़ा हो सकें और अपने लिए विकास की राह निर्धारित कर सकें. भारत उन्हें आईटी और सॉफ्ट पावर से सहयोग करता है.
ब्रिक्स की बैठक में ही भारत ने अफ्रीकी देशों को लेकर अपना नजरिया साफ कर दिया था. विशेषज्ञ मानते हैं कि प्रायः जब भी ऐसे फैसले होते हैं, तो सहमति बनाने के बाद मीडिया के सामने इसकी घोषणा की जाती है. लेकिन पीएम मोदी ने समिट डॉक्युमेंट जारी होने से पहले सबकी सहमति बनाकर सबके सामने की. जाहिर है, इसके पीछे विदेश मंत्री और हमारे राजनयिकों की अथक कोशिश छिपी है.अब ऐसी चर्चा चल पड़ी है कि अफ्रीकी देशों के बीच भारत को चीन से अधिक वरीयता मिल सकती है. भारत कभी भी किसी देश को कर्ज के जाल में नहीं फंसाता है. भारत व्यापार करता है. चीन दोहन करता है. भारत उनके यहां ढांचा का विकास करता है, चीन उनके खान पर नजरें गड़ाए रहता है.
क्यो महत्वपूर्ण है – अफ्रीकी देशों के पास रेन्यूएवल एनर्जी का 60 फीसदी स्रोत है. कांगो जैसे देश के पास पूरी दुनिया का 50 फीसदी कोबाल्ट है. इसका प्रयोग लिथियम बैटरी बनाने में होता है. अफ्रीकी देश चाहते हैं कि उनके यहां भी उद्योग-धंधे लगे और उनके संसाधनों का फायदा उनके नागरिकों को मिले. भारत इस सोच का समर्थक है, न कि चीन. कोविड के समय मे भी भारत ने ही अफ्रीकी देशों की मदद की थी, न कि उन देशों की तरह ‘ब्लैक मेल’ किया, जो वैक्सीन की कीमतों से फायदा उठाना चाहते थे.
यहां पर यह भी जानना जरूरी है कि भारत ने इसके जरिए ग्लोबल साउथ की ओर से बड़ी पहल की है. ग्लोबल साउथ का मतलब विकासशील देशों से है. ग्लोबल नॉर्थ का मतलब विकिसत देशों को माना जाता है. आम तौर पर ग्लोबल नॉर्थ यानी जीडीपी पर कैपिटा 15 हजार डॉलर से ज्यादा है. अगर ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को छोड़ दें, तो ग्लोबल नॉर्थ के सारे देश उत्तर में पड़ते हैं. ग्लोबल साउथ में अभी 134 देश हैं. अफ्रीकी देश ग्लोबल साउथ में ही आते हैं.
✍️ चण्डीगढ़ / स्कूल शिक्षा मंत्री ने दिया आश्वासन, जल्द होगा सभी समस्याओं का समाधान
हरियाणा के स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने जगाधरी इंदिरा कॉलोनी स्थित पार्क में सुबह लोगों के बीच जाकर चाय पर चर्चा कर लोगों की समस्याएं सुनी। इस दौरान कालोनी वासियों ने स्ट्रीट लाइट, सड़क रिपेयर, पार्क के पेड़ों की कटिंग जैसे समस्याएं उनकेे समक्ष रखी। जिनका मंत्री ने जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया।
कंवरपाल ने कहा कि इस प्रकार सुबह लोगो के बीच मे जाकर चाय पर चर्चा करने से वहां की समस्याओं की जानकारी मिलती है। इसके लिए अलग से न तो किसी खर्च की आवश्यकता है और न ही अलग से किसी प्रकार की व्यवस्था करनी पड़ती है। ऐसे में हम लोगो से सीधा जुड़ते है। लोगों के बीच जाकर लोगो से मिलने का यह अनुभव बहुत अच्छा रहा। कलोनी के सभी लोग पार्क में ही थे और सकारात्मक माहौल में विकास कार्यों पर विस्तार से चर्चा हुई। उन्होंने कहा हमारा उद्देश्य हरियाणा की पूरी जनता की सेवा करना है। आगे भी इसी प्रकार से लोगों के साथ चाय पर चर्चा कर उनकी समस्याओं को हल करने का प्रयास किया जाएगा। हमारी सरकार बिना किसी भेदभाव के पूरे प्रदेश में काम कर रही है।
कंवरपाल ने कहा कि वर्तमान सरकार ने पक्षपात की भावना से ऊपर उठते हुए प्रदेश में एक समान विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। चाहे रोजगार की बात हो या विकास कार्यों की, सभी क्षेत्रों में सबका साथ-सबका विकास के तहत कार्य करवाए जा रहे हैं। प्रदेश में मेरिट के आधार पर व्यक्ति की काबिलियत का आकलन करते हुए नौकरियां मिल रही है। इतना ही नहीं, सरकार ने कर्मचारियों के लिए ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी बनाई है जिससे प्रदेश में पारदर्शी शासन को बढ़ावा मिला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने शिक्षा ही नहीं बल्कि सड़कों ,स्वास्थ्य तथा जल संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए। यदि जल संरक्षण के लिए अमृत सरोवर योजना चलाई गई वहीं दूसरी ओर सर
✍️ चंडीगढ / JJP की राष्ट्रीय और प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक कल, लोकसभा क्षेत्र स्तर की रैलियों और सीकर रैली पर होगा मंथन
जननायक जनता पार्टी (जजपा) ने रविवार को हिसार में राष्ट्रीय एवं प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। फ्लेमिंगो टूरिस्ट कांप्लेक्स में सुबह 10 बजे होने वाली बैठक में सभी प्रकोष्ठों के पदाधिकारी, मंत्री, विधायक, चेयरमैन, जिला प्रवक्ता और टीवी पैनलिस्ट हिस्सा लेंगे।
महिला अध्यक्षों की नियुक्ति की
वहीं, जजपा ने अपने संगठन की पुनर्गठन प्रक्रिया के तहत सभी 90 हलकों में महिला अध्यक्षों की नियुक्ति भी कर दी है। जजपा के प्रदेश कार्यालय सचिव रणधीर सिंह ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अजय सिंह चौटाला की अध्यक्षता में होने वाली राष्ट्रीय और प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह, प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला सहित अन्य दिग्गज नेता आवश्यक दिशा-निर्देश देंगे।
रैली की तैयारियों पर विस्तार पूर्वक चर्चा
बैठक में संगठन मजबूती, संगठन विस्तार, लोकसभा क्षेत्र स्तर की रैलियों और 25 सितंबर को चौ. देवीलाल जयंती पर होने वाली सीकर रैली की तैयारियों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की जाएगी।
✍️ नारनौल / KBC की हॉट सीट पर बैठेंगी हॉकी वाली सरपंच: राजपूती ड्रेस में अमिताभ बच्चन के साथ नजर आएंगी नारनौल की नीरु यादव
हॉकी वाली सरपंच के नाम से मशहूर नारनौल की बेटी और राजस्थान की बहू नीरु यादव 11 सितंबर को रात नौ बजे कौन बनेगा करोड़पति में बिग-बी अमिताभ बच्चन के साथ नजर आएंगी। केबीसी में पहुंचने वाली नीरु यादव राजस्थान के बुहाना पंचायत समिति के लांबी अहीर की सरपंच हैं और नारनौल के छापड़ा सलीमपुर हाल पुलिस लाइन के पास स्थित महाराणा प्रताप नगर निवासी सेवानिवृत हेडमास्टर राम सिंह यादव और सत्यप्रकाश देवी की पुत्री हैं। उनकी कॉलेज तक की पढ़ाई नारनौल से हुई हैं।