कांवड़ मेला 2023 के लिए बेहतर से बेहतर कर रही है उत्तराखंड पुलिस -डीजीपी उत्तराखंड

कांवड़ मेला 2023 के लिए बेहतर से बेहतर कर रही है उत्तराखंड पुलिस -डीजीपी उत्तराखंड
कांवड़ मेला 2023 को बिना किसी बाधा के संपन्न कराए जाने हेतु डीजीपी उत्तराखंड श्री अशोक कुमार द्वारा ली गई मैराथन बैठक
अपने व्यस्ततम समय में से समय निकालकर डीजीपी उत्तराखंड श्री अशोक कुमार द्वारा “कांवड़ मेला और पुलिस व्यवस्थाएं” की जमीनी हकीकत जानने/परखने आज हरिद्वार पहुंचे, सबसे पहले हर की पैड़ी पर मां गंगा का पूजन-अर्चन कर मेला सम्पन्न कराए जाने हेतू मां गंगा का आशीर्वाद लिया इसके बाद डीजीपी महोदय द्वारा हर की पैड़ी क्षेत्र का भ्रमण करने उपरांत मेला कंट्रोल भवन में कांवड़ मेला ड्यूटी में नियुक्त समस्त जोनल एवं सुपर जोनल पुलिस अधिकारियों के साथ कांवड़ मेले के संबंध में विस्तृत चर्चा कर अपने लंबे अनुभवों से उपस्थित अधिकारियों का उचित मार्गदर्शन किया, जिसको सभी के द्वारा सराहा गया।
कांवड़ मेले को सकुशल संपन्न कराए जाने हेतु पुलिस महानिदेशक महोदय द्वारा बताए/साझा किए गए कई सारे महत्वपूर्ण बिन्दुओं में से कुछ, इस प्रकार रहे–
1- धार्मिक विश्वास के अनुरूप इस वर्ष बीते वर्ष से अधिक कांवड़ यात्री हरिद्वार पहुँचेंगे। हम सभी को प्री प्लान कर उच्च स्तर का आपसी समन्वय रखते हुए अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन करना है।
2- इस मेले में देश विदेश से श्रद्धालु आते हैं, जिनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए हमें उन्हें कांवड़ लेकर सकुशल उनके गंतव्य हेतु वापस भेजना है।
3- समस्त सुपर जोनल एवं जोनल प्रभारियों को अधीनस्थ फोर्स को लगातार मोटिवेटेड करते रहना है साथ ही उनके वेलफेयर का भी ख्याल रखना है जिससे हमारा जवान 12 घंटे मुस्तैदी के साथ ड्यूटी का निर्वहन कर सके।
4- किसी भी स्थान पर अचानक कोई घटना होने पर भीड़ एकत्रित होने पर मूवमेंट कर लोगों को शिफ्ट किया जाना अतिआवश्यक है क्योंकि अक्सर छोटी-छोटी घटनाएं भारी भीड़ के कारण बड़ा रूप ले लेती है।
5- क्राउड कंट्रोल व प्लान लागू करने में फील्ड ऑफिसर्स के साथ-साथ कंट्रोल रूम की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। यहां नियुक्त अधिकारी भीड़ का आंकलन कर यातायात मार्ग की स्थिति से निरंतर उच्चाधिकारियों को अवगत कराते रहेंगे।
6- कांवड़ मेला है तो चुनौतियां तो आएंगी ही परंतु किसी भी अधिकारी/कर्मचारी को विषम परिस्थिति में भी अपना धैर्य नहीं खोना है।
7- पैरामिलिट्री फोर्सेस के अधिकारीगण भी अपने फोर्स को समय-समय पर ब्रीफ करें यदि प्लान में कुछ बदलाव होता है तो उसकी जानकारी देते रहेंगे।
8- किसी को एग्रेसिव नहीं होना है अगर कहीं पर स्थिति प्रतिकूल होती है तो लोकल पुलिस अधिकारी को तत्काल सूचित करें जिससे समय रहते स्थिति को सामान्य बनाया जा सके।
इसी प्रकार अनेक छोटी-बड़ी पुरानी नई बातों/घटनाओं/मामलों का जिक्र करते हुए उपस्थित अधिकारीगण से सुझाव भी मांगे गए और अंत में सभी को मेले हेतु शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए डीजीपी उत्तराखंड श्री अशोक कुमार हरिद्वार से रवाना हुए।