ग्रामीण क्षेत्र से पढ़े होने का प्रमाणपत्र प्रति-हस्ताक्षरित कराने के लिए कलेक्ट्रेट में करें आवेदन

ग्रामीण क्षेत्र से पढ़े होने का प्रमाणपत्र प्रति-हस्ताक्षरित कराने के लिए कलेक्ट्रेट में करें आवेदन
-यूपीटीयू एवं ऐसी ही अन्य उच्च शैक्षणिक संस्थानों में ग्रामीण क्षेत्र के अभ्यर्थियों को लाभ पाने हेतु आवश्यक होता है प्रमाणपत्र
-जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे सभी प्रमाणपत्र निश्चित समयसीमा के भीतर होंगे प्रति-हस्ताक्षरित ।
-कलेक्ट्रेट में प्रतिदिन 5 बजे सायंकाल तक चरित्र सत्यापन लिपिक के पास करें आवेदन, अगले दिन करें प्राप्त
रिपोर्ट हरिशंकर त्रिपाठी
देवरिया 25 सितम्बर। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने कहा है कि आवेदनकर्ता ऐसे सभी प्रमाणपत्रों, जिन्हें डीएम कार्यालय से प्रति-हस्ताक्षरित कराना आवश्यक है, एक निश्चित प्रक्रिया के तहत आवेदन करें। उन्होंने कहा कि आवेदनकर्ता प्रतिदिन चरित्र सत्यापन लिपिक के पास शाम 5 बजे तक आवेदन कर सकते हैं। प्रमाणपत्र आवेदन करने के अगले ही दिन प्रति-हस्ताक्षरित होकर मिल जाएगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि तहसील दिवस पर ऐसे कई मामले देखने को मिल रहे हैं, जिनमें आवेदनकर्ता यूपीटीयू की काउंसलिंग हेतु ग्रामीण क्षेत्र से पढ़ाई करने का प्रमाण पत्र प्रति-हस्ताक्षरित करवाने आये थे। इस प्रमाणपत्र का जिलाधिकारी द्वारा अधिकृत अधिकारी से प्रति हस्ताक्षरित होना आवश्यक है। जानकारी के अभाव में ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों को इस तरह के प्रमाण पत्र बनवाने में कुछ समस्याएं आ रही हैं। उन्होंने बताया कि यूपीटीयू एवं इस तरह की अन्य उच्च शैक्षणिक संस्थान जहाँ ग्रामीण क्षेत्र से पढ़ाई का प्रमाण पत्र प्राप्त करना आवश्यक होता है, के लिए लाभार्थी को सर्वप्रथम कलेक्ट्रेट में आवेदन देना होगा। तत्पश्चात डीआईओएस कार्यालय आवेदनकर्ता के ग्रामीण क्षेत्र से पढ़े होने की पुष्टि करेगा। इसमें तहसील की रिपोर्ट भी लगेगी। सकारात्मक रिपोर्ट आने के बाद जिलाधिकारी द्वारा अधिकृत अधिकारी प्रमाणपत्र जारी करेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि आवेदनकर्ता को समयबद्ध अवधि में इस तरह के प्रमाणपत्र उपलब्ध कराए जाएंगे।