स्तनपान कराने से बच्चों को बढ़ती है इम्यूनिटी:डा.सुरेश

स्तनपान कराने से बच्चों को बढ़ती है इम्यूनिटी:डा.सुरेश
कन्नौज
रिपोर्ट दर्शन राजपूत
कोरोना की संभावित तीसरी लहर का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ने की आशंका है। जो माताएं बच्चों को भरपूर स्तनपान कराती हैं।उन्हें बच्चों की चिंता करने की जरूरत नहीं है। मां का दूध बच्चे को रोगों से लड़ने की ताकत देता है। कोरोना ही नहीं बल्कि कई अन्य संक्रामक बीमारियों से भी बच्चे को पूरी तरह से महफूज रखता है।इसके प्रति जागरूकता के लिए ही हर साल एक से सात अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जाता है।यह कहना है जिला अस्पताल में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डा.सुरेश यादव का | डा.यादव बताते हैं कि नवजात शिशु के लिए पीला गाढ़ा चिपचिपा युक्त मां के स्तन का पहला दूध (कोलेस्ट्रम) संपूर्ण आहार होता है।जिसे बच्चे के जन्म के तुरंत बाद 1 घंटे के भीतर ही शुरू कर देना चाहिए।
डा.यादव ने बताया कि 6 माह तक शिशु को केवल स्तनपान ही कराये इसके अतिरिक्त आहार, पानी या कोई अन्य तरल पदार्थ न दें।शिशु दवाईयां तथा विटामिन इत्यादि ले सकता हैं यदि कोई डाक्टर द्वारा दिए गये हो तो साथ ही यदि बच्चा 6 माह पूर्ण का हो गया हैं तो घर में बनने वाले खाद्य पदार्थ जैसे मसली हुई दाल,उबला आलू, केला,दाल का पानी आदि तरल एवं अर्द्ध तरल खाद्य पदार्थ देने चाहिए लेकिन साथ ही दो वर्ष तक नियमित स्तनपान कराते रहना चाहिए।
जिला अस्पताल में तैनात प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डा.मनप्रीत कौर बताती हैं कि स्तनपान शिशु को कई लाभ प्रदान करता है। यह मां और शिशु दोनों के लिए वरदान हैं। स्तन के दूध में पोषक तत्वों और एंटीबॉडी का सही संतुलन होने के कारण शिशु को वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है और उसे मजबूत और स्वस्थ बनाता है। इनमें से कुछ पोषक तत्व शिशु को बचपन में होने वाली बीमारियों और इन्फेक्शन से बचाते हैं। इसी तरह, स्तनपान का चयन करने से माँ के स्वास्थ्य को भी फायदा होता है।
जैसे स्तनपान छाती और अण्डाशयी कैंसर से भी सुरक्षा प्रदान करता है। स्तनपान कराने के गर्भनिरोधक प्रभाव भी होते हैं। जहां तक शिशु के पालन-पोषण और उसके साथ व्यावहारिक तालमेल बिठाने की बात है।तो जो माताएं स्तनपान कराती हैं। वे अपने शिशुओं के साथ बेहतर तालमेल बिठा लेती हैं। स्तनपान समाज के लिए भी फ़ायदेमंद है।क्योंकि यह बच्चों में बीमारी को कम करके स्वास्थ्य संबंधी देखेरेख की लागत में कमी करता है और इस प्रकार परिवार पर वित्तीय तनाव को कम करता है। कोविड-19 के दौरान सुरक्षित तरीके से स्तनपान कराने में रखें ये सावधानियां
– बच्चे को हर बार स्तनपान कराने से पहले अपने हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक साबुन और पानी से अच्छी तरह धुलें।
-अगर आप खुद कोविड-19 पाजीटिव हैं तो बच्चे को दूध पिलाने के लिए ब्रेस्ट पंप का उपयोग करें। ब्रेस्ट पंप को किसी के साथ शेयर न करें और सुनिश्चित करें कि आप हर उपयोग के बाद पंप को अच्छी तरह साफ करें।
बच्चों को स्तनपान कराते समय मास्क पहनना न भूलें। इसके अलावा आप जब भी बच्चे के आसपास हो मास्क को जरूर पहनें।
-अपनी सुरक्षा और अपने बच्चे की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए डॉक्टर से लगातार परामर्श लेती रहें।