आपदा में अवसर ढूंढ रहे हैं अधिकारी व सरकार खोखा सिंह

आपदा में अवसर ढूंढ रहे हैं अधिकारी व सरकार खोखा सिंह
रिपोर्ट मनोज रुंगटा
राप्ती व गोर्रा उफनाई तो तबाह होगे सैकड़ों गांव
रुद्रपुर देवरिया रुद्रपुर कछार क्षेत्र है जहां के लोग सूखा आग बाढ़ जैसी आपदा में घिरे रहते हैं जिनका गांव राप्ती नदी के तट पर बसा है सरकार द्वारा तमाम घोषणाओं के बावजूद कार्य ऊंट के मुंह में जीरा है जिससे प्रतीत होता है कि अधिकारी व सरकार आपदा में अवसर ढूंढ रही है
उक्त वाते समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण उर्फ खोखा सिंह ने राप्ती व गोर्रा नदी के तटवधो का निरीक्षण के उपरांत एक प्रेस वार्ता में कही
श्री सिंह ने कहा कि रूद्रपुर विधान सभा क्षेत्र के जर्जर सड़क व वंधो की सुरक्षा को लेकर पीडब्ल्यूडी व सिंचाई विभाग कुंभकरण की नींद सो रही है जहां कोई कार्य न कराकर मानसून के आने का इंतजार कर रहा है जिससे प्रतीत होता है कि सरकार व प्रशासन आपदा में अवसर ढूंढ रही है अगर यही स्थिति रही तो संभावित बाढ़ आने की स्थिति में कछार को डूबने से कोई नहीं रोक सकता
उन्होंने कहा कि नारायणपुर नगवा मार्ग कटारी नाले के आगे पुल का निर्माण हो रहा है जो अभी तक मात्र पीलर खड़ा कर पाया जहां मानसून आने के कुछ दिन ही शेष बचे हैं जिससे कभी भी इस मार्ग पर आवागमन बंद हो सकता है यही हाल पचलड़ी करहकोल मार्ग पर झगड़ा नाला के आगे बन रहे पुल का है
उन्होंने कहा कि एक साल से पिड़रा पुल का एप्रोच धसा है जिसपर वड़ी गाड़ियो आवागमन वन्द है एप्रोच को मिट्टी की वोरी व बास बल्ली लगाकर रोका गया है मानसून सर पर है अगर बोल्डर पीचिंग नहीं हुई तो पानी के वेग से एप्रोच बहने से कोई नहीं बचा पाएगा जहां सैकड़ों गांव का आवागमन बंद हो जाएगा
उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन की घोर उपेक्षा से रूद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के मुख्य मार्ग देवरिया पकड़ी वराव मार्ग रुद्रपुर दूधेश्वर नाथ मंदिर मार्ग रूद्रपुर से मदनपुर वराव बरहज मार्ग, पकड़ी बाजार से भंवरी मार्ग पकड़ी बाजार से भलुअनी मार्ग सहित ग्रामीण क्षेत्रों के सभी संपर्क मार्ग पर कई वर्षों से छतिग्रस्त है यहां आए दिन दुर्घटना हो रही है किंतु शासन प्रशासन मौन है
उन्होंने कहा कि राप्ती नदी के किनारे गायघाट के पिचिग के बाद राप्ती का दबाव निश्चित ही गोला मदनपुर गांव पर पड़ेगा पुख्ता सुरक्षा के अभाव में गांव खतरे का कारण बन सकता है उन्होंने कहा कि अगर मानसून से पूर्व इन सभी परियोजनाओ पर काम नहीं हुआ तो क्षेत्र की जनता को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है