अब बदलेगी उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था जाने क्या होगा बदलाव

बदलेगी उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था : योगी आदित्यनाथ ने आखिर इन तीनों को ही क्यों बनाया गाजियाबाद, आगरा और प्रयागराज का पहला कमिश्नर
उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश में अब 7 जिलों में कमिश्नर सिस्टम लागू हो गया है। बीती रात को गाजियाबाद, आगरा और प्रयागराज में पुलिस कमिश्नर तैनात कर दिए गए हैं। बीती रात को तीनों जिलों में कमिश्नर तैनात किए गए हैं। उत्तर प्रदेश शासन ने आईपीएस अजय मिश्रा को गाजियाबाद का पुलिस कमिश्नर बनाया है। आगरा का पहला कमिश्नर डॉ.प्रीतिंदर सिंह और प्रयागराज का पहला कमिश्नर रमित शर्मा को बनाया है।
प्रयागराज के पहले कमिश्नर रमित शर्मा
रमित शर्मा 1999 बैच के आईपीएस अफसर हैं। रमित शर्मा की गिनती उत्तर प्रदेश के तेजतर्रार अफसरों में होती है। वह मूल रूप से हापुड़ के रहने वाले हैं। वह चार वर्ष पूर्व प्रयागराज में बतौर आईजी तैनात रह चुके हैं। बरेली रेंज में करीब डेढ़ साल का कार्यकाल पूरा करने वाले रमित शर्मा तस्करों और माफिया पर कार्रवाई के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल में अपराधियों के विरुद्ध कमरतोड़ कार्रवाई की थी। जिसके लिए उन्होंने कई अभियान भी चलवाए। जिसमें अपराधियों की अरबों रुपयों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की गई।
आगरा के पहले कमिश्नर डॉ.प्रीतिंदर सिंह
डॉ. प्रीतिंदर सिंह वर्ष 2004 बैच के आईपीएस हैं। पंजाब के रहने वाले हैं। उन्होंने पटियाला गवर्नमेंट कॉलेज से एमबीबीएस किया है। वह आईपीएस बनने के बाद सबसे पहले आगरा में ही एएसपी रहे थे। इसके बाद लखनऊ, सोनभद्र, ललितपुर, बागपत, सीतापुर और गौतमबुद्ध नगर समेत कई जिलों में एसपी और एसएसपी रहे। उन्होंने आगरा एसएसपी का चार्ज 22 सितंबर 2015 को लिया था। इससे पहले वो नोएडा एसएसपी थे। तब राजेश डी मोदक का तबादला हुआ था। उन्होंने टूरिस्ट, ट्रैफिक और टूरिज्म पर फोकस किया था। पर्यटन नगरी होने की वजह से आगरा में पर्यटकों की सुरक्षा पर जोर दिया था। इसके साथ ट्रैफिक समस्या को दूर कराया था। उनके कार्यकाल में कई बड़ी घटनाएं हुईं थीं। उन्होंने अपराध और अपराधियों पर कार्रवाई के लिए थाना पुलिस को निर्देशित करते थे।
डॉ.प्रीतिंदर सिंह ही लाए थे ट्रिपल ट्री फार्मूला
आगरा के पहले पुलिस कमिश्नर बने डॉ.प्रीतिंदर सिंह का ताजनगरी से पुराना नाता रहा है। वह शहर से लेकर देहात तक के चप्पे चप्पे से वाकिफ हैं। वर्ष 2015 में आगरा में पुलिस कप्तान बनने के बाद ट्रिपल ट्री का फार्मूला लेकर आए थे। उन्होंने अपनी प्राथमिकताओं में टूरिस्ट, टूरिज्म और ट्रैफिक को रखा था। अपराधियों पर नकेल कसने से लेकर पुलिस में सुधार की खूब कवायद की थी। जनता से सीधा संवाद करके दिलों में जगह बनाई थी।
गाजियाबाद के कमिश्नर अजय मिश्रा की राह आसान नहीं
2003 बैच के आइपीएस अधिकारी अजय मिश्रा को गाजियाबाद का पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है। अजय मिश्रा पूर्व में एसएसपी कानपुर, एसएसपी बनारस, एसपी एटीएस, एसपी सुल्तानपुर और एसपी बागपत भी रह चुके हैं। उनकी गिनती प्रदेश के तेजतर्रार अफसरों में होती है। वह पुलिस परिवार से ही आते हैं। उनके पिता भी यूपी पुलिस से सेवानिवृत्त हैं। गजियाबाद में पहले कमिश्नर के तौर पर अपराध पर लगाम लगाना उनके लिए चुनौती होगी। लूट और डकैती जैसी वारदातों के अलावा साइबर क्राइम को रोकने के लिए भी उन्हें प्रभावी कदम उठाने होंगे।