लेखपाल की लापरवाही से दर-दर भटक रहा आवेदक नहीं मिल पा रहा न्याय

लेखपाल की लापरवाही से दर-दर भटक रहा आवेदक नहीं मिल पा रहा न्याय।
क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा फर्जी रिपोर्ट लगाकर की जा रही खानापूर्ति आवेदक से नहीं की जा रही कोई पूछताछ।
रिपोर्ट श्याम बिहारी पोरवाल
मोतीपुर बहराइच।मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सभा परवानी गौढ़ी के मजरा शुक्लानगर निवासी बलराम तिवारी जो काफी गरीब परिवार से है।आवेदक का कहना है कि चकमार्ग को खाली कराने के लिए तथा भू माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करने हेतु हमने आवेदन किया था।जिस पर क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा विपक्षियों के घर आकर उनके परिवार वालों से हस्ताक्षर करवा कर यह रिपोर्ट लगाई गई है कि मौके पर जांच की गई।जहां से आवेदक भाग गया।जबकि आवेदक के अनुसार यह रिपोर्ट बेबुनियाद एवं फर्जी है। आवेदक का कहना है कि लेखपाल द्वारा फर्जी रिपोर्ट लगाकर चकमार्ग के गाटा संख्या में फेरबदल करते हुए आवेदक के खिलाफ ही 67 की कार्यवाही कर दी गई है।इतना ही नहीं आवेदक के गाटा संख्या 275 के खसरे में सन 2001 से 2020 तक 36 पेड़ सागौन तथा 10 पेड़ पापुलर दर्ज है।जबकि वर्तमान समय में आवेदक के गाटा संख्या 275 में पेड़ों की संख्या 52 पेड़ सागौन तथा 10 पेड़ पापुलर लगे हुए हैं।जिसे आवेदक ने अपने खसरे में दर्ज कराने हेतु लेखपाल से कहा गया। जिस पर क्षेत्रीय लेखपाल रवि वर्मा एवं विमलेश यादव ने आवेदक से खसरे में पेड़ दर्ज करने के एवज में ₹8000 की डिमांड की है। आवेदक की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण पैसे देने में असमर्थता जताने पर लेखपालों द्वारा 2021 से लेकर अभी तक के खसरे में कोई पेड़ नहीं दर्ज किए जा रहे हैं।जिससे प्रार्थी काफी परेशान हो गया है।आवेदक का कहना है कि उच्च अधिकारियों द्वारा मौके की जांच कर ग्राम प्रधान की मौजूदगी में 20 कड़ी का चक मार्ग जो जांच आख्या में निकाली गई है।उसे खाली कराकर आवागमन सुलभ कराया जाए।जिससे इस रास्ते से निकलने वाले 3 गांव के ग्रामीणों को निकलने का रास्ता भी सुलभ हो सके।