डीएम ने की वर्चुअल मीटिंग, दिए आवश्यक निर्देश

डीएम ने की वर्चुअल मीटिंग, दिए आवश्यक निर्देश
कोविड मरीजो के इलाज हेतु आवश्यक संसाधनो को समय पूर्व ही करें सुनिश्चित
मरीजो के इलाज आदि में किसी भी प्रकार की न हो कोई दिक्कत , इसके लिये सभी जुडे विभाग टीम भाव से करें कार्य
कन्टेनमेण्ट जोन में प्राविधानो का अक्षरशः पालन अनिवार्य-डीएम
रिपोर्ट हरिशंकर त्रिपाठी
देवरिया 12 मई। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने कोविड-19 महामारी के संक्रमण के रोकथाम, बचाव, इलाज आदि की व्यवस्थाओं को सुचारु एवं सुदृढ बनाये रखते हुए मरीजो का इलाज सुचारु एवं सुव्यस्थित रुप से हो, इसे सुनिश्चित कराये जाने को लेकर पुलिस अधीक्षक डा श्रीपति मिश्र की उपस्थिति में सभी जुडे प्रशासनिक, पुलिस, विकास, स्वास्थ्य, अधिशासी अधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग किये। इस दौरान उन्होने सभी जुडे अधिकारियों को आवश्यकताओं के अनुरुप अस्पतालो में संसाधनो को विकसित करने एवं अनुपलब्ध आवश्यक सामानो का डिमाण्ड समय से किये जाने एवं इसकी उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने का निर्देश दिया। उन्होने कहा कि किसी भी स्तर पर कोई शिथिलता न बरती जाये, इस पर विशेष रुप से ध्यान दिया जाये।
जिलाधिकारी श्री निरंजन ने कन्टेनमेण्ट जोन के प्राविधानो का अक्षरशः कडाई के साथ पालन सुनिश्चित कराये जाने का निर्देश दिया। उन्होने कहा कि कन्टेनमेण्ट जोन में आरआरटी टीम प्रभावी रुप से जांच/सर्वे करें, जो भी कोविड संक्रमित पाये जाये उन्हे एम्बुलेन्स के माध्यम से अस्पतालो में पहुॅचाये जाये। उन्होने यह भी कहा कि नान कन्टेनमेण्ट जोन के लोगो में यह जागरुकता लायी जाये कि वे लक्षणो व बीमारी को छिपाये नही, तुरन्त जांच कराये और सरकारी अस्पताल या रजिस्टर्ड चिकित्सको से ही अपना इलाज करायें। नीम हकीम के चक्कर मे कदापि न पडे। उन्होने कहा कि कन्टेनमेण्ट जोन में कान्टेक्ट ट्रेसिंग व इसमें हर घर के प्रत्येक व्यक्ति की जांच की जाये। उन्हे दवा का पैकेट निगरानी एवं आरआरटी टीम द्वारा अनिवार्य रुप से दी जाये। सर्विलांस की एक्टिविटी इस क्षेत्र में अनिवार्य रुप से प्रभावी हो, यह सुनिश्चित किया जाये।
जिलाधिकारी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में मरीजो के इलाज हेतु विकसित होने वाले आक्सीजन युक्त अस्पतालो में आवश्यक संसाधनो व्यवस्थाओं को अनिवार्य रुप से शीघ्रता के साथ सुनिश्चित किये जाये, इसके लिये जो भी आवश्यक संसाधन जरुरी हो, उसका डिमाण्ड पत्रावली पर कल दोपहर तक अनिवार्य रुप से प्रस्तुत किया जाये। इसकी आपूर्ति आपदा मद से करायी जायेगी। प्रस्ताव का परीक्षण स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी अनिवार्य रुप से सुनिश्चित कर लेगें। उन्होने नान कोविड प्रिज्मपटिव केस के मरीजो का भी इलाज सुचारु रुप से किये जाने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी श्री निरंजन ने कोविड वैक्सीनेशन कार्यो की समीक्षा के तहत यह निर्देश दिया कि जो भी फ्रन्ट लाईन वर्कर छूटे है, उसके संबंधित विभागो के अधिकारी उनका ट्रेसिंग करते हुए टीकाकरण सुनिश्चित करायें। 45 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों के टीकाकरण के कार्य को भी प्राथमिकता से सुनिश्चित किया जाये। उन्होने यह भी कहा कि 18 वर्ष से अधिक लोगो का निकट दिनो में टीकाकरण किया जाना है, इसके लिये पूर्व में रजिस्ट्रेशन आवश्यक है। इस वय वर्ष के लोगो की संख्या अधिक होगी इसके दृष्टिगत टीकाकरण केन्द्रो के क्षेत्रो में पर्याप्त जगह वाले विद्यालय आदि को चिन्हित कर पूर्व में ही इसकी व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाये। उन्होने होम आइसोलेशन, कन्टेनमेण्ट जोन, टीकाकरण, भर्ती मरीजो के भोजन आदि की व्यवस्थाओं को लेकर गहन समीक्षा किये एवं आवश्यक निर्देश दिये।
पुलिस अधीक्षक डा श्रीपति मिश्र ने कन्टेनमेण्ट जोन में तय दिशा निर्देशो का कडाई से अनुपालन सुनिश्चित किये जाने एवं ग्रामीण क्षेत्रो में स्थापित कोविड अस्पतालो में पुलिस की तैनाती किये जाने के साथ ही कोविड प्रोटोकाल का पालन कराये जाने का निर्देश पुलिस विभाग के अधिकारियों को दिये।
इस वर्चुअल मीटिंग में सीडीओ शिव शरणप्पा जी एन, ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट सुमित यादव, एडीएम प्रशासन कुवर पंकज, सीएमओ डा आलोक पाण्डेय, एसीएमओ डा सुरेन्द्र सिंह, सभी एसडीएम, क्षेत्राधिकारी, अधिशासी अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी गण सहित अन्य संबंधित विभागो के अधिकारी गण आदि जुडे रहे।