इन महीनों में होंगे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव

इन महीनों में होंगे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में इस समय त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की चर्चा जोरों शोरों पे है तथा यह संभावना जताई जा रही है की त्रिस्तरीय चुनाव चुनाव इस वर्ष के मार्च और अप्रैल में संपन्न कराई जाएगी ऐसे में प्रत्याशियों में खासा उत्साह है अब प्रत्याशी लोग हर एक सामाजिक उत्सव में जाकर लोगों का हाल-चाल पूछना शुरू कर दिया है
उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव (UP Panchayat Chunav) को लेकर सरगर्मी देखी जा रही है. कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए, अभी तक चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं हुई है. लेकिन इसे लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां चल रही हैं. पंचायतों के आंशिक परिसीमन का शासनादेश जारी कर दिया गया है. कहने का मतलब है कि पंचायत चुनावों की तैयारियों से जुड़ी डेट लिस्ट जारी कर दी गई है. इसमें निर्वाचन क्षेत्रों की अंतिम सूची तैयार करने के साथ ही आपत्तियों के निस्तारण का जिक्र है. इसके अलावा प्रस्तावित सूची के प्रकाशन के बारे में सारी जानकारी दी गई है.
डेट लिस्ट में क्या कुछ है खास ?
निर्वाचन क्षेत्रों की अंतिम सूची: 3 से 6 जनवरी तक
आपत्तियों का निस्तारण: 27 दिसंबर से 2 जनवरी तक
पहली प्रस्तावित सूची का प्रकाशन: 12 से 21 दिसंबर तक
उत्तर प्रदेश में 58,758 पंचायतें
अगले साल मार्च-अप्रैल में चुनाव
चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है.
जाता है अगले साल मार्च-अप्रैल के बीच पंचायत चुनाव हो सकते हैं. राजनीतिक दलों की तैयारियां भी जारी है. बीजेपी से लेकर दूसरी पार्टियों ने पंचायत चुनाव को लेकर कमर कस ली है. वहीं, गांव में संभावित उम्मीदवारों के पोस्टर्स भी दिखने लगे हैं. फिलहाल उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव की तारीखों के ऐलान पर सभी की नजर टिकी हुई हैं.
उत्तर प्रदेश में पंचायतों की संख्या 58,758 है. जबकि, 821 क्षेत्र पंचायतें और 75 जिला पंचायतें भी हैं. ग्राम पंचायतों के सदस्यों का कार्यकाल दिसंबर में समाप्त हो रहा है. इसके पहले कोरोना संकट के बीच चुनाव से जुड़ी तैयारियों पर ब्रेक लग गया था. दूसरी तरफ चुनाव को देखते हुए आयोग ने वोटर्स लिस्ट की जांच का काम तेज कर दिया है. दिसंबर महीने के अंतिम सप्ताह में वोटर्स लिस्ट भी जारी कर दी जाएगी
डेट लिस्ट में क्या कुछ है खास?
निर्वाचन क्षेत्रों की अंतिम सूची: 3 से 6 जनवरी तक
आपत्तियों का निस्तारण: 27 दिसंबर से 2 जनवरी तक
पहली प्रस्तावित सूची का प्रकाशन: 12 से 21 दिसंबर तक
उत्तर प्रदेश में 58,758 पंचायतें
अगले साल मार्च-अप्रैल में चुनाव करवाने की तैयारी लगभग हो चुकी है अरे सही में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव मैं उम्मीदवारों के उत्साह मैं वृद्धि साफ देखी जा सकती है गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है इस बार चुनाव में मतदाताओं को प्रलोभन देने या किसी प्रकार की जोर जबरदस्ती करने पर इस बार सख्त कार्यवाही की जाएगी जैसा की आप लोगों को पता है त्रिस्तरीय चुनाव में मैं हमेशा धन बल तथा बाहुबल का प्रयोग होता आ रहा है ऐसे में त्रिस्तरीय चुनाव को पूरी तरह से स्वच्छ एवं पारदर्शी बनाना चुनाव आयोग को कई बार मुश्किलों का सामना भी करना पड़ता है ऐसे में अब देखना यह है कि चुनाव आयोग हिना बाहुबलियों से कैसे निपटता है यह तो अब आने वाला समय ही बताएगा ।