रामलीला के चौथे दिन धनुष यज्ञ का हुआ मंचन

रामलीला के चौथे दिन धनुष यज्ञ का हुआ मंचन
रिपोर्ट मनोज रुंगटा
रुद्रपुर देवरिया श्री दूधेश्वरनाथ रामलीला समिति के तत्वाधान में आयोजित ६५वे वर्ष के श्री रामलीला के चौथे दिन रामलीला मे श्री अयोध्या धाम से पधारे कलाकारो द्वारा रामलीला मे धनुष यज्ञ का मंचन किया गया
जहां राजा जनक के शर्त के अनुसार सभी राजा शिव जी का धनुष तोड़ने का प्रयास करते हैं लेकिन कोई भी तोड़ना तो दूर धनुष को उठा भी नहीं पता तब राजा जनक मायूस हो जाते हैं इस पर राजा जनक कहते हैं कि लगता है कि यह धरती वीरों से खाली हो गई है राजा जनक की बात लक्ष्मण जी को काफी नागवार लगती है वह राजा जनक से कुछ कहने को होते हैं लेकिन भगवान श्री राम उन्हें शांत होने का इशारा कर देते हैं राजा जनक की मायूसी देख ऋषि विश्वामित्र के इशारे पर भगवान श्री राम शिव जी के धनुष उठाकर तोड़ देते हैं जहां माता सीता भगवान श्री राम के गले में वरमाला डाल देती हैं जिससे पूरा जनकपुरी में खुशी का माहौल हो जाता है
श्री राम के जयकारे लगते हैं जहां पूरा माहौल भक्तिमय हो गया
कार्यक्रम मे संयोजक/ अध्यक्ष आनंद सिंह आचार्य आदित्य पांडेय उपाध्यक्ष रामभवन यादव श्रवण पटेल महामंत्री विकास पांडेय कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध मधेशिया मंत्री छठू मोरया संरक्षक शिवदान गिरी राहुल पांडेय मृतुंजय गिरी अजयगुप्ता मोहन गुप्ता शिवरतन गुप्ता मुन्ना मॉर्य राजा शॉर्मा श्रवण प्रजापति गुड्डूपटेल मार्गदर्शक विजय शंकर उर्फ़ पप्पूमहांथ राजपति त्रिपाठी सहित श्रोता उपस्थित थे