मातृभाषा से होती है हमारी पहचान नरसिंह

मातृभाषा से होती है हमारी पहचान नरसिंह
मातृ भाषा का मानव जीवन में महत्व विषय पर हुई संगोष्ठी
रिपोर्ट मनोज रुंगटा
रूद्रपुर देवरिया पुनर्जागरण मंच के तत्वाधान में शनिवार को पं० श्रीकृष्ण उपाध्याय इण्टर, कालेज बैरियाघाट में भोजपुरीमातृ भाषा का मानव जीवन में महत्व विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्पार्चन एवं माल्यार्पण से हुआ
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित भोजपुरी पुनर्जागरण मंच के नरसिंह ने संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि भाषा ईश्वर का अवदान है, जो सभी जीवों का अपना भाव प्रकट करने के लिये मिला है। यह जीव का प्राण-शक्ति है। दुनिया के सभी भाषाओं का मूल भाव एक है । मातृभाषा हमारी पहचान और संस्कृति है। इसको कभी भूलना नहीं चाहिए
। प्रबन्धक मोहन उपाध्याय ने कहा कि भोजपुरी भाषा को संवैधानिक दर्जा मिलने चाहिए । इस अवसर पर भोजपुरी पुनर्जागरण मंच के मार्गदर्शक मंडल के सदस्य रमेश तिवारी, प्रधानाचार्य अखिलेश कुमार उपाध्याय ने भी अपने विचार प्रकट किये
इस अवसर पर प्रद्युम्न तिवारी, शिवानंद, शिवम, नवीन, व्यास, नितेश, सीताराम, आरती, रीना सहित विद्यालय के सभी छात्र/छात्राएं थी
संगोष्ठी की अध्यक्षता कैप्टन वीरेन्द्र सिंह ने किया