मातृभाषा का अनादर मां के अनादर करने के सामान नरसिह

मातृभाषा का अनादर मां के अनादर करने के सामान नरसिह
रिपोर्ट मनोज रुंगटा
रूद्रपुर देवरिया रामजी सहाय पी जी कालेज में भोजपुरी पुनर्जागरण मंच के तत्वावधान एवं हिन्दी विभाग रुद्रपुर के सौजन्य से संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
गोष्ठी के मुख्य अतिथी नरसिंह ने कहा कि हमारा उद्देश्य मातृभाषा भोजपुरी के प्रति आदर, और सम्मान का भाव जगाना, भोजपुरी क्षेत्र के गौरवशाली अतीत से परिचित कराना, संवैधानिक दर्जा दिलाना तथा भोजपुरी साहित्य और संस्कृति से अश्लीलता को समाप्त करना है
मातृभाषा में मिठास माता के दूध की तरह होता है। मातृभाषा का अनादर मां को अनादर करने के समान है।
डॉ संतोष यादव ने कहा कि,मातृभाषा जीवन की आधारशिला है। इसका सम्मान नहीं करने पर मानव जीवन के विकास और समृद्धि के दरवाजे बंद हो जाता है।
कैप्टन वीरेंद्र सिंह ने कहा कि मातृभाषा भोजपुरी हीरा के समान है। इसके चमक से मनुष्य का जीवन चमक उठता है।
रमेश तिवारी जी ने कहा कि भोजपुरी भोजपुरियो का आन, बान, शान, है। इसका झंडा हमेशा फहरना चाहिए
उन्होने प्रेरणा दायक गीत,फहर फहर फहराये झंडा भोजपुरी का सुनाया
वीरेंद्र कुमार सिंह ने भोजपुरी पुनर्जागरण मंच की सराहना करते हुए कहा कि इनका कार्य बहुत ही सराहनीय और स्वागत योग्य है। हम लोगों को तन मन धन से सहयोग करना चाहिए।
गोष्ठी में कालेज के आचार्य डॉ नरेन्द्र शर्मा,,मनीष कुमार
डॉ आनन्द मोहन, डॉ विमल कुमार सहित कालेज के समस्त आचार्य लोग उपस्थित
अध्यक्षता प्राचार्य डॉ बृजेश कुमार पाण्डेय संचालन सुधीर कुमार दीक्षित ने किया।