एक ने उलझाया तो दूसरे ने थाने में सुलझाया

एक ने उलझाया तो दूसरे ने थाने में सुलझाया
रिपोर्ट मनोज रुंगटा
फाइनेंस कंपनी द्वारा जबरदस्ती आनाज ले जाने का मामला
रुद्रपुर देवरिया एकौना थाना क्षेत्र के वैदा निवासी दुर्गा पासवान के घर से एक प्राइवेट फाइनेंस कंपनी द्वारा जबरदस्ती अनाज ले जाने का मामला समाचार पत्र से लेकर सोशल मीडिया पर छाया रहा जहां आज एक व्यक्ति के माध्यम से एकौना थाना में समझौता के तहत मामला पटाक्षेप हो गया जहां थाने में पीड़ित दुर्गा पासवान ने एक व्यक्ति पर जबरदस्ती बुलवाने की बात कहीं
पीड़ित ने समझौता के तहत थाने में दिए गए पत्र में कहा कि मेरी पुत्रवधू अर्चना ने अन्नपूर्णा फाइनेंस कंपनी द्वारा ₹45 हजार 2400 रूपये माह किस्त पर लोन लिया था जहां बीते दिन फाइनेंस कंपनी के के कर्मचारी द्वारा किस्त लेने आए थे जहां मैंने गेहूं बेचकर किस्त उनसे जमा करने के लिए कहा लेकिन कुछ लोग हमसे जानबूझकर झूठ बोल वाया
खैर जो भी हो थाने में दुर्गा पासवान व फाइनेंस कंपनी के प्रबंधक विजय मिश्रा द्वारा एक समझौता पत्र के माध्यम से मामले का पटाक्षेप हो गया
इसबात की क्षेत्र में जोरों पर चर्चा है कि एक व्यक्ति द्वारा मामला को उलझाया गया तो दूसरे व्यक्ति द्वारा मामला को सुलझाया गया
एकौना थाना अध्यक्ष संदीप सिंह ने कहा कि पीड़ित ने फाइनेंस कंपनी के प्रबंधक द्वारा आपसी समझौता कर लिया है
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प्राइवेट सूदखोरों के मकड़जाल में फँस रही है जनता
सरकार द्वारा इस समय गरीबों के उत्थान के लिए मुद्रा ऋण सहित तमाम सुविधाएं बैंकों के माध्यम से दी जा रही है परंतु प्राइवेट कंपनी व सूदखोरों द्वारा जाल बिछाकर गरीब व्यक्ति को पैसा बांटा जा रहा है जहां सूद के तहत ब्याज के माध्यम मूल से कई गुना पैसा वसूला जा रहा है फिर भी पूरी उनके त्रष्ण से उबर नहीं पा रहा है जिससे कई व्यक्ति अपनी इहलीला समाप्त करने पर मजबूर हो रहे हैं लेकिन किसी भी शासन प्रशासन का ध्यान इस तरफ नहीं जा रहा है ऐसे सूदखोरों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए