वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम की तैयारियों के तहत बड़े पैमाने पर हुई गड्ढों की खुदाई जिलाधिकारी नियमित कर रहे हैं अभियान की समीक्षा

वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम की तैयारियों के तहत बड़े पैमाने पर हुई गड्ढों की खुदाई
जिलाधिकारी नियमित कर रहे हैं अभियान की समीक्षा
नर्सरी में 33,03,774 वृक्षारोपण के लक्ष्य के सापेक्ष 41,34,804 पौधे उपलब्ध
देवरिया, 26 जून
1 जुलाई को आयोजित होने वाले वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तैयारियां अंतिम दौर में है। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए नियमित समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे हैं। इसी क्रम में आज वृक्षारोपण के दृष्टिगत जनपद के समस्त ब्लॉकों, सामुदायिक भूमि एवं चिन्हित शैक्षणिक संस्थानों में बड़े पैमाने पर गड्ढों की खुदाई की गई। साथ ही वन विभाग के पौधशालाओं की सूची एवं उपलब्ध पौधों की प्रजातिवार संख्या सभी संबंधित विभागों को उपलब्ध करा दी गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी विभाग आपस में समन्वय स्थापित कर अभियान को सफल बनाये।
जिलाधिकारी के निर्देश आज विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने वृक्षारोपण के लक्ष्य के सापेक्ष गड्ढों को खुदाई कार्य को संपन्न कराया। मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार ने सलेमपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत कोल्हुआ, रामपुर बुजुर्ग, कोला, परसिया खाप में वृक्षारोपण हेतु गड्ढा खुदाई कार्य का निरीक्षण किया।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी पीएन सिंह ने अपनी मौजूदगी में पशु चिकित्सालय परिसर बरहज में नगर पालिका के सहयोग से जीसीबी मशीन द्वारा गड्ढों की खुदाई कराई गई। पीडी संजय पांडेय ने बरहज ब्लॉक के कपरवार, भलुअनी ब्लॉक के डुमरी, गड़ेर सहित विभिन्न स्थानों पर तैयारियों का जायजा लिया। बीएसए संतोष कुमार राय ने सदर ब्लॉक स्थित खोराराम एवं मुकुंदपुर वृक्षारोपण की तैयारी का निरीक्षण किया। भलुअनी ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी मनोज कुमार श्रीवास्तव सहित विभिन्न अधिकारियों ने जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में आज वृक्षारोपण कार्य की तैयारी के तहत गड्ढों की खुदाई कराई।
जिलाधिकारी ने बताया कि पौधारोपण हेतु निर्धारित मानकों के अनुसार वृक्षारोपण से कुछ दिन पूर्व गड्ढों की खुदाई होना आवश्यक है। इससे मिट्टी अनुकूलतम स्थिति को प्राप्त कर लेती है, जिससे पौधा रोपण में सहायता मिलती है।
जिलाधिकारी ने बताया कि इस वर्ष जनपद में 33,03,774 पौधों के रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके सापेक्ष वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम के लिए वन विभाग की पौधशालाओं में 41,34,804 पौधे उपलब्ध हैं। देवरिया रेंज के कंचनपुर पौधशाला में 1,68,067, गोविंदपुर पौधशाला में 226352, पथरदेवा पौधशाला में 159830, फुलवरिया कुटी पौधशाला में 166549, बरियारपुर पौधशाला में 236521, लाला मुजहना पौधशाला में 434111, बरहज रेंज के बरहज रेलयार्ड पौधशाला में 541544, महेन पौधशाला में 91767, भटनी रेंज के रेलयार्ड बनकटा पौधशाला में 592 09, सिद्धार्थ पौधशाला में 317960, सिरसिया पौधशाला में 440760, रुद्रपुर रेंज के देवगांव गौरी बाजार पौधशाला में 139357, धतूरा खास पौधशाला में 215943, महाराजगंज पौधशाला में 312611, सलेमपुर रेंज के बकुची पौधशाला में 154460, मठलार पौधशाला में 140998 महुअवा पांडेय पौधशाला में 203276 और महानपुर बुजुर्ग पाठशाला में 125489 पौधे उपलब्ध है। इन पौधों में शीशम, सेमल, कचनार, जामुन, अर्जुन, आंवला, कदंब, पीपल, कंजी, पाकड़, सागौन, बरगद, अमरुद, सहजन, गुटेल, बकैन, जंगल जलेबी आदि प्रजातियों के पौधे उपलब्ध हैं, जिनका प्रयोग वृक्षारोपण के लिए किया जाएगा।