कहीं यह असावधानी पड जाए भारी

कोरोना से यूरोप के देशों की स्थिति बेहद खराब है,
यहां डेल्टा के साथ ओमिक्रॉन वेरिएंट के केस भी बढ़ रहे हैं। ऐसे में लोगों को सतर्कता बरतते हुए गैर-जरूरी यात्रा, समारोह और भीड़भाड़ से परहेज करना चाहिए। उन्होंने ब्रिटेन और फ्रांस का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर भारत में ओमिक्रॉन का फैलाव उन देशों की तरह होता है तो प्रतिदिन 14 से 15 लाख मामले सामने आएंगे। ऐसे में प्रतिदिन के आधार पर उच्च स्तरीय समीक्षा की जा रही है और आवश्यकता के अनुसार कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने अब तक 82.8 करोड़ लोगों को कोरोना टीके की पहली खुराक और 53.72 करोड़ लोगों को दूसरी खुराक दी है। उसने कहा कि देश में 136 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं, जो अमरीका में दी गई कुल खुराकों का 2.8 गुना है। कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन दुनियाभर के 91 देशों में फैल चुका है। भारत के 11 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में नए वेरिएंट के 12 नए मरीजों के साथ अब तक 113 केस मिल चुके हैं। महाराष्ट्र में40, दिल्ली में 22, राजस्थान में 17, कर्नाटक में 8, तेलंगाना में 8, गुजरात में 5, केरल में 5, आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में एक-एक मामला सामने आया है।कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा भारत में बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। इसी बीच नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल ने कहा कि हम ब्रिटेन में प्रसार के पैमाने को देखें तो अगर भारत में भी ऐसा ही प्रकोप होता है, तो हमारी आबादी को देखते हुए, हर दिन 14 लाख मामले आ सकते हैं। फ्रांस 65,000 मामलों की रिपोर्ट कर रहा है। उन्होंने कहा कि यूरोप के देश गंभीर परिस्थितियों से गुजर रहे हैं ऐसा तब हो रहा है। जब वहां 80 फीसदी कम से कम आंशिक वैक्सीनेशन हो चुका है। हम भारतवासियों को ज्यादा सावधान होने की जरूरत है क्योंकि सावधानी में ही सुरक्षा है इसलिए हमें सतर्कता पूर्वक कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए सुरक्षित रहने की जरूरत है