उत्तर प्रदेश में ग्राम प्रधानों की बढ़ी मुश्किल है

उत्तर प्रदेश में ग्राम प्रधानों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद पंचायती राज विभाग काफी सख्त नजर आ रहा है ऐसे में सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि ग्राम प्रधानों के कार्यकाल में काफी अनियमितताएं हुई है जिसके शिकायतों पर पंचायती राज विभाग कड़े तेवर में नजर आ रहा है
उत्तर प्रदेश में में ग्राम प्रधानों का कार्यकाल समाप्त हो गया हैं। लेकिन उनकी परेशानी अभी खत्म नहीं हुई हैं। मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के ग्राम प्रधानों ने आखिरी 25 दिनों में विकास कार्य के नाम पर बहुत पैसे खर्च किये हैं। अब इनकी जांच की जाएगी
खबर के मुताबिक पंचायती राज्य विभाग ने इन ग्राम प्रधानों के विकास कार्य की जांच के लिए एक टीम भी गठित कर दिया हैं। इसकी जिम्मेदारी सात एडीओ और एक एडीपीआरओ को दी गई हैं। ये लोग इन ग्राम प्रधानों के कार्य की जांच करेंगे।
बता दें की 6 जनवरी 2021 तक विभाग को जांच रिपोट देनी हैं। इसके बाद इनपर कारवाई हो सकती हैं।अगर ये लोग गलत कार्य में लिप्त पाए गए तो इन्हे पंचायत चुनाव लड़ने से भी रोका जा सकता हैं। इसको लेकर विभाग सख्त नजर आ रहा हैं।
आपको बता दें की उत्तर प्रदेश के कई ग्राम प्रधानों ने कार्यकाल खत्म होने से पहले ग्राम पंचायतों के खाते से मनमाने ढंग से पैसे निकाले हैं। अब विभाग ने इसपर जांच बैठा दिया हैं। बहुत जल्द इसके बारे में कोई बड़ा खुलासा हो सकता हैं। इस विभाग के इस शक्ति से ग्राम सभाओं में और ग्राम प्रधानों में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है विभाग जल्द ही इसकी जांच कराने वाला है और जांच में गड़बड़ी मिलने पर ग्राम प्रधानों के चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी जाएगी तथा कानूनी प्रक्रिया से उनको गुजारना पड़ेगा